पूर्व पैक्स अध्यक्ष की दो साल पूर्व कोरोना काल मे असामयिक निधन के बाद कराया गया उप चुनाव
मोहनिया। मंगलवार को मोहनिया प्रखंड के एकमात्र पंचायत अकोढ़ी में पैक्स के उपचुनाव में राकेश कुमार सिंह उर्फ डब्लू का दबदबा रहा। उन्होंने 527 मत पाकर अपने निकटतम प्रतिद्वंदी रविंदर सिंह को 256 मतों के अंतर से हराकर विजई घोषित हुए। मालूम हो कि 2020 में पूर्व पैक्स अध्यक्ष के असामयिक निधन होने के बाद निर्वाचन आयोग के द्वारा अकोढ़ी पंचायत में उपचुनाव कराया गया। सुबह के 7:00 बजे से लेकर 4:30 बजे तक कड़ी सुरक्षा के बीच हुए इस उप चुनाव में 5 उम्मीदवारों ने अपना दावेदारी पेश की थी। जिसमें राकेश कुमार सिंह उर्फ डब्ल्यू को 527 मत मिले रविंद्र सिंह को 271,बूलाल कुशवाहा को 218, सुनील कुमार सुमन को 36 एवं रामदयाल यादव को 34 मत मिले।(कैमूर: मोहनियां के अकोढ़ी)
मंगलवार को आपको ही पंचायत केदो बूथों पर वोटिंग की प्रक्रिया सुबह सात बजे से काफी ही जोशखरोश के साथ जैसे ही शुरू हुआ ।वैसे ही मतदाता लाइन में लगकर वोट देना शुरू कर दिए।इस दौरान पूरे दिन तपतपाती गर्मी और धूप में भी परवाह किए बगैर मतदाता काफी उत्साह के साथ वोटिंग करते नजर आए।इस वोटिंग में बूढ़े बुजुर्गों का उत्साह भी इस बार चरम पर था। चोट लगने के बाद भी हाथ पाव चलने में असमर्थ होने के बावजूद भी बुजुर्गों ने दिलखुसुशी से इस बार मतदान किया। इन बुजुर्गों के मतदान करने को देखकर नौजवानों के हौसले भी काफी बढ़ जा रहे थे।
फिलहाल इस बार मतदाता जीत का ताज किसके सर बांधेगे आने वाली शाम बताएगी। आपको बता दें कि इस बार इस उप चुनाव में पांच प्रत्याशियों ने अपना दमखम आजमाइश करने के लिए मैदान में उतरे है जिनके भाग्य का फैसला 1301 मतदाता अपने वोट से करेंगे।इन बीच वोटिंग प्रक्रिया के दौरान कोरोना प्रोटोकाल का पूरा ख्याल रखा जा रहा था।पूरे दिन तक वोटिंग चलने के बाद अंतिम साम 4:30 बजे तक अकोढ़ी बूथ पर 84. 7% मतदान हुआ।(कैमूर: मोहनियां के अकोढ़ी)
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अकोढ़ी के दोनों बूथों पर कुल संध्या बेला तक 1301 मत में से 1102 मत ही पोल हो पाए। जिनमें बूथ संख्या 1 पर 651 मतदाता में से 544 मत ही पोल हो पाए एवं पोल संख्या एक क पर 650 मतदाता में से 558 मत ही पोल हो पाए। शाम 4:30 बजे मतदान खत्म होने के बाद बक्से को सील करने के बाद मोहनिया के बीआरजीएफ भवन में कड़ी सुरक्षा के बीच काउंटिंग करने के लिए लाया गया सबसे पहले नियमानुसार बक्से को बीआरजीएफ के वज्रगृह में जमा करने की प्रक्रिया पूरी करने के बाद सील को खोला गया इसके बाद काउंटिंग की प्रक्रिया शुरू की गई । काउंटिंग के लिए दो टेबल बनाए गए थे। आखिरकार अंततोगत्वा ढाई घंटे तक चले काउंटिंग मैं परिणाम निकल कर सामने आया जिसमें राकेश सिंह उर्फ डब्लू सिंह अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को हराकर विजई घोषित हुए।
वही शांतिपूर्ण एवं भयमुक्त मतदान कराने को लेकर प्रशासनिक महकमा में शामिल मोहनिया एसडीएम सहित कई पदाधिकारी समय समय पर पुलिस फोर्स के साथ चक्रमण करते नजर आ रहे थे तो अब स्थिति का जायजा लेते नजर आ रहे थे।वही भभुआ के लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी सुजीत कुमार कुमार एवं कुदरा बीडीओ अशोक कुमार पुलिस फोर्स के साथ पूरे दिन मतदान केंद्र पर डटे रहे। (कैमूर: मोहनियां के अकोढ़ी)
दो बूथों पर दंडाधिकारी समेत नौ मतदानकर्मी थे तैनात
अकोढ़ी पैक के उप चुनाव में इस बार मतदाता जीत का ताज किसके सर बांधेंगे इसका फैसला शाम को मत पेटी खुलने के बाद ही हो जाएगा। मतदानकर्मियो ने पूर्व से निर्धारित समय के अनुसार सुबह सात बजे से ही कागजी प्रक्रिया के बाद वोटिंग करना शुरू कर दिया था।इस बीच1301मतदाताओं की वोटिंग के लिए अकोढ़ी मध्य विद्यालय में दो मतदान केन्द्र बनाए गए थे।जिनपर वोटिंग कराने के लिए कुल नौ मतदानकर्मी तैनात थे।वही एक गस्ती दल की भी तैनाती की गई थी।तथा वोटिंग के दौरान दो सौ मीटर के दायरे में धारा 144 लागू था । मतदान केंद्र के समीप किसी भी वाहनों के आने-जाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया था। वहां पर तैनात पदाधिकारी उन्हीं वाहनों को लेकर आने की अनुमति दे रहे थे जिन वाहनों में सवार मतदान कर्मी मतदान केंद्र तक पहुंचने में ज्यादा बुजुर्ग होने के कारण या फिर किसी कारणवश चोट लगने की वजह से चलने फिरने में मतदाता असमर्थ दिखते थे।
वोटिंग करने जाने से पहले मतदाताओं को कई शर्तो से होकर गुजरना पड़ता था
दोनों बूथों पर वोटरों को मतदान करने से पहले कुछ शर्तों से होकर गुजरना पड़ता था।सबसे पहले मेन गेट पर तैनात सुरक्षा गार्डों द्वारा मतदाताओं के आइडेंटिटी चेक की जाती थी जिसके बाद अंदर आने की अनुमती मिलती थी।इसके बाद वोटरों को स्वास्थ्य विभाग की टीम पहले कोरोना प्रोटोकाल का पालन कराते हुए मतदाताओं के हाथों को सेनेटाइज किया जा रहा था इसके बाद थरमामीटर से शरीर का टेम्प्रेचर मापने के बाद मतदाताओं को लाइन में लगने की अनुमति दिया जा रहा था।इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक कंट्रोल रूम बनाया गया था जहां वोटिंग करने आने वाले लोगो की तबियत बिगड़ने के बाद कंट्रोल रूम में सूचना दिए जाने के बाद वहा पर तैनात डॉक्टर और एएनएम के द्वारा मरीजो का इलाज किया जा रहा था।(कैमूर: मोहनियां के अकोढ़ी)
अब इसके बाद जैसे ही मतदाता लाइन में लगने के बाद मतदानकर्मी के पास पहुचते थे तो कर्मियों दवाई मतदाताओं के पहचानपत्र और क्रमांक मिलने के बाद अगले टेबल पर कर्मचारी द्वारा बैलट पेपर मोड़कर मतदाताओं को दिया जा रहा था।जिसके बाद एक बंद कमरे में वोटिंग करने के बाद फिर से बैलट पेपर को मोड़कर मतदान बॉक्स में बैलट पेपर डाल दिया जा रहा था।इसके बाद वहां पर तैनात एक कर्मी के द्वारा दाए हाथ की तर्जनी पर स्याही लगाकर मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद निकासी द्वार से वापस भेज दिया जा रहा था।