मोहिउद्दीननगर/समस्तीपुर : मोहनपुर व मोहिउद्दीननगर प्रखंड क्षेत्र में गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है। जलस्तर बढ़ने से पशुपालकों को पशु चारा के लिए काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। मोहिउद्दीननगर प्रखंड क्षेत्र में लगी धान व मक्के की फसल बाढ़ के पानी से बर्बाद हो गया है।
मोहिउद्दीनगर प्रखंड के पतसिया, सुल्तानपुर, धर्मपुर,घटहाटोल,चापर, आनंदगोलवा, रजैसी आदि क्षेत्रों में पानी का फैलाव तेजी से होने लगा है। वैसे गंगा नदी की दो धाराओं के बीच अवस्थित जहींगरा, हरदासपुर, सरसावा आदि गांवों को छोड़ प्रखंड के किसी गांव का पूर्णतः सड़क-संपर्क भंग नहीं हुआ है। जलस्तर में वृद्धि होने के कारण बाढ़ की स्थिति अब भयावह होने लगी है। सोमवार की दोपहर सरारी में गंगा का जलस्तर 47•12 मीटर पर पहुंच गया,जो कि खतरे के निशान से 1 मीटर 62 सेंटीमीटर ऊपर है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के सरारी कैंप से दी गयी जानकारी में अभी जलस्तर आधा सेंटीमीटर प्रतिघंटा की दर से बढ़ ही रहा है। फिलहाल यूपी इलाहाबाद से पटना तक भी गंगा का जलस्तर बढ़ ही रहा है। जिसमें धीरे-धीरे कमी आने की संभावना बनी हुई है।
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जलस्तर के लगातार बढ़ने से कई क्षेत्रों में पानी फैलना शुरू हो गया है। जौनापुर- बिनगामा मार्ग के दोनों तरफ बाढ़ का पानी भर गया है और अगर इसमें और 20 -25 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई तो सड़क पर भी पानी चढ़ना शुरू हो जायेगा। दशहरा, जलालपुर, बघड़ा, डुमरी व बिशनपुर बेड़ी बांध से दक्षिणी क्षेत्र में लगी सैंकड़ों एकड़ भूमि में बाढ़ का पानी भर गया है, जिससे फसल पूरी तरह नष्ट हो गया है। राजपुर पंचायत की वार्ड संख्या 1,2,5,6,7, 14 वह बिशनपुर बेड़ी पंचायत की वार्ड संख्या 5 बाढ़ के पानी से आंशिक या पूर्ण रूप से घिरे हैं। पूर्व मुखिया सुरेंद्र राय ने बताया कि
जहिंगरा, हरदासपुर, सरसावा आदि गांव बाढ़ के पानी से पूरी तरह घिर चुके हैं। बाढ़ का पानी आ जाने से नौघरिया टोला, सतरसिया पट्टी, एकरसिया पट्टी तथा 13 लगवापट्टी के पशुपालक परेशान हैं। अगर लगातार पानी बृद्धि होता रहा तो स्थिति और भयावह हो सकता है। वैसे किसान के मकई का फसल पूरी तरह बर्बाद हो गया है।