डेहरी ऑन सोन/रोहतास। भारतीय रेलवे राजस्व के बजाए राजनीतिक कारणों से स्टेशनों पर सुविधाएं और ट्रेनों का ठहराव मुहैया कराता है । टीम डेहरियांश के चंदन कुमार ने बताया कि सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत प्राप्त जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2021 – 22 में डेहरी ऑन सोन रेलवे स्टेशन से 29 करोड़, सासाराम से 22.7 करोड़, अनुग्रह नारायण रोड से 14 करोड एवं भभुआ रोड से 11 करोड़ रुपए राजस्व की प्राप्ति हुई थी ।इस प्रकार दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन और गया के बीच सर्वाधिक आमदनी देने वाला स्टेशन डेहरी ऑन सोन है, परंतु यह स्टेशन रेलवे के सौतेले व्यवहार का दंश झेल रहा है ।यहां मूलभूत सुविधाओं के अभाव के साथ कई ट्रेनों का ठहराव भी नहीं होता है ।
डेहरी ऑन सोन रेलवे स्टेशन के विकास हेतु संघर्षरत टीम डेहरीयंस के संस्थापक चंदन कुमार ने एक बैठक में बताया कि डालमियानगर उद्योगपुंज के स्क्रैप से रेलवे को 90 करोड़ राजस्व की प्राप्ति हुई है । डेहरी से कम राजस्व देने वाले सासाराम स्टेशन पर डेहरी के मुकाबले 06 अधिक ट्रेनों का ठहराव होता है। यदि रांची साप्ताहिक एक्सप्रेस ,कोलकाता अमृतसर दुर्गियाना एक्सप्रेस , गोड्डा नई दिल्ली हमसफर एक्सप्रेस, हावड़ा गांधीधाम एक्सप्रेस, शालीमार गोरखपुर एक्सप्रेस, हावड़ा बाड़मेर एक्सप्रेस, पुणे जसीडीह एक्सप्रेस, आगरा कोलकाता एक्सप्रेस , भुवनेश्वर नई दिल्ली एक्सप्रेस, कोलकाता बीकानेर सुपरफास्ट ,आनंद विहार एक्सप्रेस, कोलकाता गाजीपुर सिटी एक्सप्रेस,सियालदह आनंद विहार सुपरफास्ट, सियालदह अमृतसर जालियांवाला बाग ट्रेनों का ठहराव डेहरी ऑन सोन स्टेशन पर हो तो 8 से 10 करोड़ राजस्व की अतिरिक्त प्राप्ति होगी।
इस मामले में डेहरी के जन प्रतिनिधि कमजोर साबित हो रहे हैं ।यदि उक्त ट्रेनों का ठहराव नहीं होता है तो शीघ्र जन आंदोलन होगा । मौके पर संजय कुमार यादव ,आर के सिंह ,अमित कुमार ,सुमित कुमार, कुमार राजू सिंह , रॉकी चंद्रवंशी, आदर्श कुशवाहा , संतोष सिंह, विश्वजीत यादव , रंजन प्रकाश, तरुण सिंह, पुनीत सिंह , प्रांजल मिश्रा, नितेश श्रॉफ ,जयंत राज ,विवेक अजीत कुमार कुशवाहा ,सोनू यादव सहित कई अन्य उपस्थित थे।