रोहतास: जिले के करगहर प्रखंड क्षेत्र में गुरुवार की आई आंधी ने नल जल योजना की पोल खोल दी है. आंधी से कई गांवों में लगाई गई पानी टंकी गिर गई. टंकियों के ढहने से कई गांवों में जलापूर्ति बाधित हो गई है और कब तक पुन: चालू होगी कहा नहीं जा सकता है. ग्रामीणों ने बताया सेमरी ग्राम पंचायत के वार्ड न० पांच में संचालित जल नल योजना के स्ट्रक्चर पर रखा गया पानी टंकी हवाई में नीचे गिर कर ध्वस्त हो गया. उन्होंने बताया कि विगत एक वर्षों से बंद पड़े इस पानी टंकी की मरम्मती का कार्य एक एजेंसी द्वारा किया जा रहा था. टेक्नीशियन अभी कार्य कर रहे थे कि पानी टंकी गिरकर ध्वस्त हो गया. इस संबंध में वार्ड सदस्य इरशाद आलम ने बताया कि ग्राम पंचायत के अधिकांश वार्डों में ग्रामीणों को उक्त योजना से पानी की आपूर्ति नही हो रही है. जिसकी शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नही की जाती है.(आंधी ने खोली नल)

वहीं दुसरी ओर अकोढ़ी ग्राम पंचायत के महेशपुर गांव में स्ट्रक्चर के ध्वस्त हो जाने से पानी टंकी गिर कर ध्वस्त हो गया. पानी टंकी के नीचे स्नान कर रहे ग्रामीण जख्मी होने से बाल बाल बच गए. उन्होंने बताया कि अकोढ़ी ग्राम पंचायत के पूर्व मुखिया सुनीता देवी व वार्ड के क्रियान्वयन समिति द्वारा महेशपुर गांव में उक्त योजना का कार्य किया गया था लेकिन कार्य अधूरा छोड़ दिया गया. नवनिर्वाचित वार्ड सदस्य सत्येंद्र उपाध्याय की शिकायत के आलोक में विगत 1 सप्ताह पूर्व स्ट्रक्चर और पानी टंकी रखा गया था. लेकिन 1 सप्ताह मैं ही हल्की आंधी में स्ट्रक्चर टूट गया और पानी टंकी ध्वस्त हो गया.(आंधी ने खोली नल)
ग्रामीणों का कहना है कि यह तो होना हीं था, जब मानक के अनुरूप कार्य नहीं होगा तो कभी न कभी तो पोल खुलना निश्चित हीं है. दरअसल प्रखंड क्षेत्र के लगभग प्रत्येक वार्ड में नल जल योजना में शिकायत मिलती रहती है. कहीं पानी न पहुंचने की शिकायत तो कहीं मानक के अनुरूप कार्य न होने की शिकायत बताया जाता है कि प्रखंड के कुछ गांवों में योजना का प्राक्कलन दो टंकियों का है और टंकी एक लगाई गई है. स्टैंड में दस इंच चौड़ाई का लोहा लगाना है जबकि चार या पांच इंच चौड़े लोहे का हीं स्टैंड बना दिया गया है. यदि यह सही है तो ऐसी सामने से दिखाई देने वाली कमी को भला कौन नहीं देख सकता। लेकिन जांच करने वाले को यह दिखाई नहीं दिया. इसी तरह यदि प्राक्कलन के अनुसार बारीकी से जांच की जाए तो कई खामियां मिलने की संभावना है.
आश्चर्य की बात है की जांच के आधार पर हीं कई योजनाओं की राशि की निकासी भी हो गई है. यदि जांच रिपोर्ट ठीक ढंग से लगाई गई होती तो सरकारी राशि की गलत निकासी को रोका जा सकता था।नल जल में मानक रूप काम ना होने और गड़बड़ी का शिकायत प्रखंड के विभिन्न गांव में यह स्थिति है, डिभियां ,शिवन, बैरीबान, गोरी कुम्हिला , कल्याणपुर , सिमरिया ,डुमरा , तोरनी सहित दर्जनों गांव में है. बीडीओ धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र के बंद पड़े नल जल योजना को संचालित करने के लिए पांच एजेंसियों को प्रतिनियुक्त किया गया है. जल्द ही सभी वार्डों में पानी की आपूर्ति शुरू हो जाएगी.