* विशेष राज्य का दर्जा का कटोरा लेकर हमेशा चले जाते हैं दिल्ली,और 350 करोड़ के जहाज पर चढ़ने वाले भिखारी मुख्यमंत्री
* चौधरी चरण की जयंती कार्यक्रम में किसानों के मुद्दे को लेकर फिर सुधाकर सिंह ने मुख्यमंत्री पर बोला तीखा हमला
भभुआ(कैमूर) / जदयू- राजद की महागठबंधन की सरकार के नाक में दम करने वाले बिहार के पूर्व कृषि मंत्री सह कैमूर जिले के रामगढ़ विधानसभा के राजद विधायक व राजद प्रदेश अध्यक्ष के पुत्र सुधाकर सिंह अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं, वो लगातार किसानों के मुद्दों के नाम पर हमेशा मुख्यमंत्री पर कई गंभीर आरोप और हमला बोल चुके हैं,
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार हमेशा कटोरा लेकर दिल्ली जाते हैं बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा मांगने, नीतीश जी आपको शर्म नहीं आता आपको विशेष राज्य का दर्जा भी चाहिए और आपको 350 करोड़ के जहाज पर भी चढ़ना है जिसको देखकर यह कह सकते हैं कि ऐसा भिखारी आपने नहीं देखा होगा शर्म घोलकर पी जाने वाले इस बिहार राज्य के मुख्यमंत्री हैं नीतीश कुमार हैं,
उक्त बातें मंगलवार को कैमूर जिले के मोहनिया में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की जयंती पखवारा समारोह के अवसर पर किसान सम्मेलन के दौरान कही,
सुधाकर सिंह ने कहा कि जिस तरह नीतीश कुमार बात करते हैं कि मैंने बिहार का विकास कर दिया है लेकिन सोचने वाली बात तो यह है कि जो बिहार के कैमूर की हालत 2005 में था वहीं आज भी है लेकिन यह सरकार गरीबों और असहायों के बारे में सोचने वाली सरकार नही है,बस इनका एक ही काम अब रह गया है कि ये 350 करोड़ के जहाज में चढ़ना चाहते हैं लेकिन वह यह नही देख रहे हैं कि बिहार के किसान किस हालात में है और बिहार की जनता किस तरह से अपना भरण पोषण कर रहा है,
और नीतीश कुमार कहते है की बिहार विकास कर रहा है लेकिन मैं यह कहना चाहूंगा कि जब बिहार इसी तरह विकास कर रहा है तो बिहार को विशेष दर्जा दिलाने के लिए क्यों भटक रहे हैं यह सब नीतीश कुमार का ढकोसला है, इसलिए मैं कह देना चाहता हूँ कि आने वाले विधानसभा चुनाव में जदयू की बड़ी शिकस्त से हार होगा और बिहार में नीतीश कुमार का नमो निसान नही रहेगा।
क्या फर्टिलाइजर के लिए किसान लाठी खाएंगे: सुधाकर सिंह
रामगढ़ और मोहनिया बिस्कोमान पर हजारों की तादाद में किसान सुबह से ही कड़ाके की ठंड में फर्टिलाइजर लेने के लिए लाइन में खड़े थे।और पुलिस गुंडों की तरह उन्हें पिट रही थी।जिसे देख मेरा सिर शर्म से झुक गया।क्या हमारे राज्य में किसान लाठी खाएगे? वह भी फर्टिलाइजर के लिए इससे बड़ा दुखदाई दिन नही आने वाला है।उक्त बातें मोहनिया के डाकबंगला में मनाए जा रहे पूर्व प्रधान मंत्री और चौधरी चरण सिंह की जयंती समारोह में किसान सभा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर गरजे और अपनी भड़ास निकालते हुए पूर्व कृषि मंत्री सह रामगढ़ विधायक सुधाकर सिंह ने किसानों के बीच सवालो को दागते हुए उन्होंने कहा ।उन्होंने किसानों के बीच नीतीश कुमार से सवाल पूछते हुआ कहा कि क्या नीतीश बाबू यही सुशासन की सरकार चलाना चाह रहे थे। जहां आपने सरकारी गुंडों को पाल रखे हैं।नीतीश जी जैसे राज चलाना है आप चलाइए। लेकिन हमारे बिहार के किसानों और मजदूरों को आप से कोई बड़ी अपेक्षा नही है।हम कोई आप से सब्सिडी नही मांगते और न ही आपसे कोई मदद मांगते है।हम कहते है कि किसानों को धान और गेंहू की खेती के लिए समय पर फर्टिलाइजर उपलब्ध करा दीजिए। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री मोदी हो या नीतीश कुमार कह रहे है कि किसानों के हर खेत को पानी देगे।हर खेत तक पानी जाएगा कुवा से और कुए से पानी निकालने के लिए हमको बिजली चाहिए लेकिन बिजली का कनेक्शन पिछले डेढ़ महीने से कोई नही ले रहा है और आप कह रहे है कि हम हर खेत के लिए पानी देंगे? ऐसे कई सवालों को देखते हुए सुधाकर ने कहा कि आपने बिजली के क्षेत्र में रोडमैप बनाया लेकिन इस रोडमैप में कृषि कहा है।कृषि के क्षेत्र में कोई बदलाव नही हुआ है। पूर्व मंत्री ने कहा कि पिछले दस सालों में आप बिहार के उत्पादों को देख लीजिए इन दस सालों में बिहार की आबादी सवाई हो गई।दस करोड़ की आबादी तेरह करोड़ हो गई। लेकिन हमारे अनाज का उत्पादन एक करोड़ 80 लाख से घटकर एक करोड़ 79 लाख रहा। उन्होंने नीतीश कुमार को जनता से माफी मांगने को कह। कहां की 44 साल के इतिहास के बाद हमने बिहार बिधान सभा मे कृषि बिल लेकर आया जिसमे नीतीश कुमार ने शुक्रवार सरकारी काम करा करके हमारे समय को बर्बाद करने का काम किया। उन्होंने आंकड़ों को दर्शाते हुए बताया कि देश में किसानों की आबादी 90% थी। शहरीकरण होने के बावजूद आज भी किसानोंं की आबादी 80% है। देश की आजादी किसानों के नाम पर लड़ी गई किसानों की हालत को सुधारने के लिए।लेकिन सत्ता में आए लोगों ने क्या किया। अब देख रहे हैं कि दिल्ली में सरकार जब आई तो किसानोंं के हित के लिए एक छोटा कानून जिसे मंडी कानू एपीएमसी एक्ट कहते हैं।सबसे पहले उसे बंद करने का काम किया। और याद करिए जब उस समय पार्लियामेंट में कानून पास हो रहा था तब यही नीतीश कुमार और भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने देश के कानून का समर्थन किया था। सुधाकर सिंह ने कड़े शब्दों में सरकार की निंदा करते हुए कहा कि नीतीश कुमार बिहार में आए थे सुशासन के नाम पर लेकिन सुशासन स्थापित नहीं हुआ मगर किसानों के हित में जो कानून था उसे खत्म करने का काम किया।
बिहार से ज्यादा अमीर पंजाब और महाराष्ट्र के किसान
# पंजाब और महाराष्ट्र के मुकाबले बिहार में किसानों की आय में 600%का अंतर.
पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि पंजाब और महाराष्ट्रर के मुकाबले बिहार के किसानों की आय 6 गुना कम यानी 600% का अंतर है। जिस हैसियत से यहांं का किसान साइकिल पर चढ़ता है तो उसी हैसियत का पंजाब का किसान मोटरसाइकिल पर चलता है। और जिस हैसियत वाला यहांं का किसान मोटरसाइकिल से चलता है तो पंजाब हरियाणा और महाराष्ट्र में उसी हैसियत वाला किसान चार चक्का की गाड़ी सेे चलता है। और जिस हैसियत वाला यहां का किसान चार चक्का से चलता है तो वहां पर उसी हैसियत वाला किसान पंजाब और महाराष्ट्रर हरियाणा में सैकड़ोंं ऐसे किसान हैं जो हेलीकॉप्टर पर चढ़ता है यह पूरा देश जानता है। वहां के किसानों की आमदनी भी होती है और कारोबार करनेे वाल भी हेलीकॉप्टर से चलते हैं। हमारे पास राइस मिलें की तरह उनके पास चीनी की मिले हैं। बिहार में राइस मिलरो को धान खरीद के बदले सरकारी पैक्स को धान खरीदने की अनुमति दे दी। सरकारी पैसों के आने के बाद बिहार मेंं दुर्दशा हो गई है। नीतीश कुमार बोल रहे हैं कि बिहार में हम केवल 33 परसेंट धान खरीदेंगे तो बाकी के 67 प्रतिशत किसान कहां जाएंगे। जो भी 33 प्रतिशत धान की खरीदारी हुई है। वह भी फर्जी तरीके से धान की खरीदरी हुई है इस बात को उन्होंनेेे दावे के साथ कहा। जो ओरिजिनल खरीदे जा रहे हैं उन किसानों से 1800 रुपए जरूर कह कर दिए जा रहे हैं लेकिन हर क्विंटल पर 5 किलो ज्यादा अनाज लिए जा रहेे हैं। इस तरह से किसानों का सो रुपए हक मारी कर 1700 दिए जा रहे हैं। आज किसान अगर निर्णय ले ले कि हम 3 साल केवल खाने भर अनाज पैदा करेंगे तो इस देश में सत्ता के सिर्फ से लेकर नीचे तक जो बैठे हैं सारेेे लोगों की अकल ढीली हो जाएगी। जो सोच रहे हैं सााढ़े 300 करोड़ के खरीदें जा रहेे हवाई जहाज में चलेंगे बिहार में वह किसानोंं के खून पसीने के निकले हुए पैसे से हेलीकॉप्टर खरीदे जा रहे हैं। हम आपकेेेेेे हेलीकॉप्टर का विरोधी नहीं है लेकिन हम चाह रहे हैं कि थोड़ा सस्ता भी खरीदाा जा सकता नीतीश कुमार जी ।