सासाराम। देश से 2025 तक टीबी की बीमारी को जड़ से खत्म करने के उद्देश्य से “टीबी हारेगा देश जीतेगा” के थीम पर केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार लगातार अभियान चला रही है। इसके तहत रोहतास जिले में भी लोगों को टीबी से मुक्ति दिलाने को लेकर लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत लोगों को टीबी के कारण और उससे बचाव के उपाय बताए जा रहे हैं। जिला स्वास्थ्य समिति से मिली जानकारी के अनुसार, रोहतास जिले में अभी कुल 942 ऐसे लोग हैं जो टीबी की बीमारी से पीड़ित हैं और उनका इलाज सासाराम सदर अस्पताल स्थित टीबी केंद्र मेंचल रहा है। इनमें से 72 ऐसे मरीज हैं जिनमें अन्य राज्यों के अस्पतालों में जांच के दौरान टीबी के लक्षण मिले थे और वे लोग अब रोहतास जिला में आकर इलाज करवा रहे हैं।(रोहतास: जिले में बढ़)
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6 महीने में मिले टीबी के 870 नए मरीज
टीबी को लेकर लगातार अभियान चलाया जा रहा है। कैम्प के माध्यम से लोगों की जांच की जा रही है । साथ ही सदर अस्पताल में इलाज के लिए आ रहे लोगों की भी टीबी जांच की जा रही है । सदर अस्पताल स्थित टीबी केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, रोहतास जिले में पिछले 6 महीने में 2896 लोगों की जांच की गयी जिसमें 870 लोगों में टीबी के लक्षण मिले । जनवरी में कुल 419 लोगों की जांच की गयी जिसमें 135 टीबी के मरीज पाए गए, जबकि फरवरी में 438 में से 116, मार्च में 472 में से 144, अप्रैल में 494 में से 141, मई में 476 में से 168 तथा जून में 607 में से 166 टीबी के मरीज पाए गए। जिले में टीबी के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला यक्ष्मा कार्यालय लोगों को लगातार जागरूक कर रही है कि दो सप्ताह से अधिक खाँसी बनी रहे तो टीबी की जांच जरूरकरवाएँ और साथ ही साथ दम फूलना, वजन में कमी आना, भूख न लगना जैसे लक्षण दिखे तो भी एक बार टीबी की जांच करवा लें।(रोहतास: जिले में बढ़)
जांच व इलाज निःशुल्क
जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ राकेश कुमार ने बताया कि जिले में अधिकांश लोग चेस्ट टीबी से पीड़ित है जो मुख्यतः टीबी संक्रमित मरीज के संपर्क में आने या उसके द्वारा सड़कों पर थूके गए बलगम के संक्रमण से हवा के माध्यम किसी व्यक्ति के संपर्क में आने से होता है। उन्होंने बताया कि टीबी का कोई भी लक्षण लोगों में दिखाई दे तो उसकी जांच जरूर करवाएं। जिला यक्ष्मा कार्यालय में टीबी बीमारी के लिए सभी जांच निःशुल्क होता है। साथ ही टीबी संक्रमित मरीजों का इलाज भी पूरी तरह से निःशुल्क किया जाता है। उन्होंने बताया कि जो लोग टीबी से संक्रमित पाए जाते हैं उन्हें सरकार द्वारा प्रतिमाह 500 रुपये पौष्टिक आहार के लिए दिया जाता है। जब तक उनका इलाज जारी रहेगा तब तक यह सुविधाएं उनको प्रदान होती रहेगी।