Tamilnadu Violence: तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हिंसा मामले को लेकर बिहार में सियासी पारा बढ़ते जा रहा है। जहां एक तरफ एमके स्टालिन के बर्थडे पार्टी में शामिल हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादवबिहार: होली में शराबियों की अब खैर नहीं, बिहार पुलिस ने की खास तैयारियां! ने ऐसी किसी भी घटना के होने से इंकार कर दिया था। जबकि, दूसरी तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मामले की गंभीरता समझते हुए राज्य से एक जांच टीम बनाकर तमिलनाडु भेजी थी। ताकि वह पूरे मामले का जांच कर सके।
वहीं, इसी मामले को लेकर अब बिहार में भी महागठबंधन दो भागों में बंट गया है। कुछ लोग खुले रूप से इस बात की निंदा कर रहे हैं। जबकि कुछ लोगों का कहना है कि यह सिर्फ एक साजिश है, ताकि बिहार में सत्ता उलटफेर की जा सके। वैसे, बिहारियों का मुद्दा बीते महीने फरवरी में महागठबंधन की रैली में भी उठा था।
Tamilnadu Violence: जानिए अमित शाह का बयान
तेजस्वी यादव ने रंगभूमि मैदान में आयोजित इस रैली में पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि इसी मैदान से पीएम मोदी ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा किया था। पीएम मोदी जी सिर्फ जुमला नहीं बोलिए। हम बिहारी लोग हैं हमको बुड़बक मत समझिए। बिहार में बीजेपी के जुमले काम नहीं करेंगे। मैं लालू यादव का बेटा हूं और कसम खाता हूं कि मैं इनके साथ कभी समझौता नहीं करूंगा।
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हालांकि, उसी दिन बिहार के पटना जिले में केंद्रीय मंत्री अमित शाह की भी रैली थी। जहां उन्होंने लालू प्रसाद यादव समेत नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पर भी पलटवार किया था। अमित शाह ने अपने बयान में कहा था कि नीतीश बाबू की सत्ता ने बिहार को जंगलराज दुबारा बना दिया है।आज बीजेपी उनके खिलाफ जंगलराज को हटाने की लड़ाई लड़ रही है। उन्होंने लालू यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि लालू जी, आप चिंता मत करिए। अब यहां चारा चोरी नहीं होने वाला है, क्योंकि 2025 में बीजेपी की सरकार पूर्ण बहुमत से बनेगी।