जब जनता का ऐतबार खत्म होने लगता है ना तो, सरकार में शामिल नेता अनाप-शनाप और बेबुनियाद बयान देते हैं. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह इन दिनों बयान बहादुर हो गए हैं. उन्हें यह भी समझ में नहीं आता कि वह क्या कह रहे हैं और किसके बारे में कह रहे हैं. ठीक है इन दिनों जदयू केंद्र में विपक्ष की भूमिका में है लेकिन, इसका मतलब यह कतई नहीं है कि उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष विरोध के नाम पर कुछ भी अनर्गल प्रलाप करते रहेंगे. ललन सिंह जितना अनर्गल प्रलाप करेंगे उतनी ही भाजपा और श्री नरेंद्र मोदी मजबूत होंगे.
देश संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर के संविधान के मुताबिक ही चल रहा है. और माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भीमराव अंबेडकर के संविधान का अक्षरशः पालन करते हैं. लेकिन, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष लोगों को बरगला रहे हैं, लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा कर रहे हैं. जबकि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भीमराव अंबेडकर जी के संविधान के मुताबिक उन कामों को कर रहे हैं जो पिछले सालों में सरकारों ने लटका दिया था. उन कामों को रास्ते पर ला रहे हैं.
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श्री नरेंद्र मोदी जी देश को विकसित बनाने की ओर काम कर रहे हैं. यदि देश विश्व की सबसे बड़ी पांचवी इकोनामी है तो इसका सहज ही अंदाजा लगा लेना चाहिए कि देश एक मजबूत और सशक्त हाथों में है. विपक्ष का नेता होना और संविधान समझना दो अलग-अलग चीज हैं. ललन सिंह जी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी का आशीर्वाद प्राप्त है तो वह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं या फिर लोकसभा में नेता बने हैं. लेकिन उनको समझना चाहिए कि देश के 130 करोड लोगों ने श्री नरेंद्र मोदी जी को 2014 में और 2019 में प्रधानमंत्री बनाया और जिस तरह से देश में श्री नरेंद्र मोदी जी काम कर रहे हैं देश को विकसित कर रहे हैं. विश्व में लोकप्रिय नेता बने है तो, 2024 मे भी जनता प्रधानमंत्री के तौर पर श्री नरेंद्र मोदी को ही चुनेगी.
जदयू के स्वयंभू ज्ञानी प्रवक्ता इन दिनों अपने जंगलराज का बचाव कर रहे हैं. यह वह लोग हैं जो बिहार के जंगलराज के विरोध में चुनकर सरकार में आए थे. आज सत्ता के लिए उस जंगल राज के साथ आ गए हैं तो, जंगलराज उनको मंगलराज लग रहा है. जदयू को अपना ज्ञान दुरुस्त करना चाहिए. क्या उन्हें इस बात की थोड़ी भी शर्म नहीं है कि वह कभी पानी पी-पी कर लालू यादव को कैदी नंबर से पुकारते थे. तेजस्वी यादव को भ्रष्टाचार की उपज कहते थे.
जदयू बताएं कि क्या पिछले हफ्ते अपराधियों का तांडव नहीं बढ़ा है? उनके ज्ञान के लिए, पहली घटना, समस्तीपुर के मोहनपुर थाना के SHO नंदकिशोर यादव की अपराधियों द्वारा हत्या कर दी जाती है. दूसरी घटना, अररिया में घटी जहां अपने भाई के हत्या के गवाह पत्रकार विमल यादव की हत्या अपराधियों ने कर दिया. तीसरी घटना, जमुई में अपराधियों ने एक पति पत्नी की गोली मार कर हत्या दी. चौथी घटना, मोतिहारी में ठेकेदार राजीव कुमार की हत्या अपराधियों ने गोली मारकर कर दी. पांचवीं घटना, बेगूसराय में घटी जहां एक शिक्षक जवाहर राय की गोली मारकर हत्या कर दी गई. छठी घटना, समस्तीपुर के खानपुर इलाके में हथियारबंद अपराधियों ने एक सब्जी विक्रेता को गोली मार दी. सातवीं घटना, मुख्यमंत्री के गृह जिले नालंदा में अपराधियों का तांडव देखने को मिला, अपराधियों ने दो लोगों को गोली मार दी.