सासाराम : नगर निगम चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है और अभ्यर्थी सुबह से लेकर देर शाम तक गलियों में दिखाई दे रहे हैं। कोई मेयर के लिए तो कोई डिप्टी मेयर तो कोई वार्ड पार्षद के लिए लोगों से मिलकर अपने लिए वोट मांग रहे हैं। बता दें कि सासाराम नगर निगम का चुनाव दूसरे चरण में 20 अक्टूबर को होना है। ऐसे में चुनाव के मात्र 17 दिन रह गए हैं, परंतु अभी तक मतदाता चुप्पी साधे हुए हैं। मतदाताओं की चुप्पी देख अभ्यर्थियों के पसीने छूट रहें हैं। हालांकि सभी प्रत्याशी खुद को अभी से ही विजेता घोषित कर रहे हैं। परंतु यह उन्हें भी पता है कि उनकी पकड़ कहां तक है। इधर मतदाताओं की चुप्पी को देखते हुए सबसे अधिक पुराने प्रत्याशियों के माथे पर शिकन दिखाई दे रही है। क्योंकि उन्हें पता है की पिछले 5 से 10 सालों में उन्होंने जो शहर को नर्क बना कर रखा है उसके लिए लोगों ने पहले से ही कुछ न कुछ नया सोच रखा है। क्योंकि शहर के लोगों को पता है कि पहले सभी वार्ड पार्षद लाखों रुपए में बिक कर शहर को नरक में तब्दील कर चुके हैं ऐसे में पुराने वार्ड पार्षदों को मेयर, उप मेयर या वार्ड पार्षद के लिए खड़े प्रत्याशियों को उनकी नईया डूबती हुई दिखाई दे रही है।(शहर को नर्क में)
नए प्रत्याशी पुराने प्रत्याशियों का छुड़ा रहे है पसीना

सासाराम नगर निगम चुनाव में मेयर, डिप्टी मेयर एवं वार्ड पार्षद पद के लिए खड़े प्रत्याशियों का नए प्रत्याशी पसीने छुड़ाते हुए दिखाई दे रहे हैं, और नए प्रत्याशी की वजह से पसीने छूटे भी क्यों नहीं, क्योंकि पुराने प्रत्याशियों ने जिस तरह से शहर को बर्बाद करके रखा है और घोटाले करके शहर के लोगों के पैसे को अपने जेब में भरा उसका हिसाब तो लोग इस चुनाव में जरूर लेंगे। यह बात पुराने प्रत्याशियों को भी पूरी तरह से पता है। ऐसे में लोगों की नजर पूरी तरह से नए प्रत्याशियों की ओर झुकती हुई दिखाई दे रही है।(शहर को नर्क में)
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नए एवम युवा अभ्यर्थियों में दिख रहा उत्साह
चुनाव मैदान में खड़े नए प्रत्याशी पूरी तरह से ऊर्जावान दिखाई दे रहे हैं। मेयर, डिप्टी मेयर एवं वार्ड पार्षद उत्साहित होकर अपने वोटरों तक पहुंच रहे हैं और पुराने प्रत्याशियों की खामियां को प्रस्तुत करके बेहतर समाज के निर्माण में लोगों के सहयोग के लिए प्रेरित कर रहे। इसमें युवा प्रत्याशियों की भूमिका अधिक देखी जा रही है।(शहर को नर्क में)