सासाराम(रोहतास)। रोहतास जिले में अल्ट्रासाउंड रेजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने और अल्ट्रासाउंड क्लीनिक का बेहतर परिणाम को लेकर रोहतास जिले में अब अल्ट्रासाउंड क्लीनिक का रेजिस्ट्रेशन देने की प्रक्रिया में थोड़ा बदलाव किया गया है। इसके लिए 10 सदस्यीय टीम गठित की गई है और पूरी जांच पड़ताल के बाद सभी कैरेटेरिया फूल फील करने वाले आवेदकों को ही अल्ट्रासाउंड का लाइसेंस दिया जाएगा। बता दे कि 10 सदस्यीय टीम में रोहतास सिविल सर्जन के अलावा सदर अस्पताल के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ नीतू कुमारी, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ रंजन कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कन्हाई महतो, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रोहतास, सरकारी अधिवक्ता व्यवहार न्यायालय सासाराम, अध्यक्ष तिलौथू रूरल अपलिफ्ट क्लब, सचिव नवजीवन विकास केंद्र सासाराम, गोकुल महिला सिलाई स्कूल सासाराम तथा डीपीएम जिला स्वास्थ्य समिति को शामिल किया गया है।
इसकी जानकारी देते हुए रोहतास सिविल सर्जन डॉ केदारनाथ तिवारी ने बताया कि अल्ट्रासाउंड क्लिनिक को लाइसेंस देने के लिए जिला सलाहकार समिति का गठन किया गया है जिसमें 10 लोगों को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि जिले में अब जितने भी अल्ट्रासाउंड क्लीनिक खोले जाएंगे उसको इन्हीं कमिटियों के द्वारा जांच पड़ताल किया जाएगा। साथ ही साथ स्थल निरीक्षण करके अल्ट्रासाउंड क्लिनिक अधिनियम के तहत सभी नियमों को पूरा करने वाले क्लीनिकों को ही रजिस्ट्रेशन प्रदान किया जाएगा। सिविल सर्जन ने बताया कि पीएनडीटी एक्ट अंतर्गत बनाए गए जिला सलाहकार समिति का बैठक 6 अगस्त को किया जाएगा जिसमें अल्ट्रासाउंड क्लीनिक खोलने की प्रक्रिया को लेकर पूरी जानकारी दी जाएगी और अल्ट्रासाउंड क्लिनिक संबंधित विषय पर विचार विमर्श किया जाएगा।