मधेपुरा| मधेपुरा घैलाढ़ मतरंधा परमानपुर के पंचायत समिति सदस्य नगिया देवी के पुत्र सुमन कुमार को घात लगाए अपराधियों ने पैर में गोली मारकर घायल कर दिया। जानकारी के मुताबिक मधेपुरा जिला के घैलाढ़ थाना अंतर्गत भतरंधा परमानपुर पंचायत गांव निवासी स्वर्गीय गोंसाय यादव के पुत्र सुमन कुमार घैलाढ़ प्रखंड से कुछ कार्य को निपटा कर अपने घर परमानपुर शाम को आ रहे थे कि परमानपुर फांरी से महज 500 मीटर की दूरी पर एक पुल के नजदीक घात लगाए चार के संख्या में अपराधियों ने उनको रोक कर उनका बाइक छीनने का असफल प्रयास किया।(खगड़िया: समिति पुत्र सुमन)
नाबालिक संग फरार होने के आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
वहीं वाइक छीन छोड़ के दौरान अपराधी एवं पीड़ित व्यक्ति में कुछ झड़पें भी होने की बातें सामने आ रही है झड़प के दौरान अवैध हथियार देखते ही पंचायत समिति पुत्र सुमन कुमार वहां से भागने में ही भलाई समझा और वह जैसे ही भागने लगा कि अपराधियों ने पीछे से उनके पैर में गोली मार दिया जिस कारण वह 500 मीटर की दूरी पर जाते-जाते मोटरसाइकिल सहित गिर कर बेहोश हो गया। आसपास के लोगों ने उसे उठाया और जानकारी लिए तो पता चला कि अपराधियों ने सुमन कुमार को जान से मारने की नियत से गोली चलाया जिसमें वे बाल-बाल बचे वहीं घायल को स्थानीय थाना के पुलिस एवं ग्रामीणों के सहयोग से सहरसा के एक निजी क्लिनिक में भर्ती करवाया गया जहां वे जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।(खगड़िया: समिति पुत्र सुमन)
हालांकि डॉक्टरों ने बताया कि घायल सुमन कुमार अब खतरे से बाहर है लेकिन सवाल उठता है कि महज परमानपुर फारी से 500 मीटर की दूरी पर इतना बड़ा फांक रास्ता है तो फिर वहां पुलिस गश्ती क्यों नहीं करती है? और चौकीदार को प्रतिनियुक्त क्यों नहीं करते हैं? बताया जा रहा है कि इस जगह पर लगातार छोटी बड़ी घटनाएं होती ही रहती है फिर भी पुलिस के कानों तक जूं क्यों नहीं रेंगते हैं मधेपुरा एसपी नजरअंदाज क्यों करते हैं इस तरह के थाना अध्यक्ष पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। जानकार का माने तो अगर घैलाढ़ पुलिस गश्ती शाम को करती तो अपराधी समिति पुत्र पर हमला नहीं करते क्योंकि इससे पहले भी यहां आस पास कई बड़ी घटनाएं भी हो चुकी है इस कारण लोगों में धीरे-धीरे पुलिस के प्रति आक्रोश तेज होते जा रहा है।