नई दिल्ली। पतंजलि समूह के स्वामित्व वाली रूचि सोया का फॉलो-ऑन-पब्लिक ऑफरिंग (एफपीओ) गुरूवार को लॉन्च हुआ। यह सब्क्रिप्शन के लिए 28 मार्च तक खुला रहेगा। कंपनी इस एफपीओ के जरिए 4,300 करोड़ रूपये जुटाएगी। एफपीओ लॉन्च के दौरान योग गुरू बाबा रामदेव ने कहा कि पतंजलि परिवार के लिए आज एक बड़ा दिन है। उन्होने दावा किया कि कंपनी अगले महीने कर्जमुक्त हो जाएगी।
एंकर निवेशकों से जुटाए 1290 करोड़
लॉन्च से पहले एंकर निवेशकों से कंपनी ने 1,290 करोड़ रूपये की राशि जुटाई है। 28 मार्च को बंद हो रहे एफपीओ का प्राइस बैंड 615-650 रूपये प्रति शेयर तय किया गया है। एफपीओ में 4,300 करोड़ रूपये की राशि के नए सिरे से जारी किए गए इक्विटी शेयर शामिल हैं। इस इश्यू में पात्र कर्मचारियों के सब्क्रिप्शन के लिए 10,000 इक्विटी शेयर आरक्षित भी रखे गए हैं। अभी रूचि सोया का एफपीओ लिस्ट हो रहा है, आगे चलकर पतंजलि की भी लिस्टिंग होगी। बाबा रामदेव ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के चलते जब कोई बाजार में उतरने को तैयार नहीं है, तब हमने बाजार में कदम रखा है। उन्होने कहा कि हमने दिवाला कार्यवाही के माध्यम से रूचि सोया का अधिग्रहण करने के बाद उसे अब बदल दिया है। पिछले प्रबंधन की गलतियां अब दोहराई नहीं जाएंगी। कंपनी को अब पारदर्शिता, जवाबदेही और कॉरपोरेट गवर्नेंस के साथ चलाया जा रहा है।
खाद्य तेल के मामले में देश को आत्मनिर्भर बनाना है : रामदेव
योग गुरू ने कहा कि रूचि सोया को खाद्य और कृषि का सबसे बड़ा ब्रांड बनाने की दिशा में हम बढ़ रहे हैं। हम भारत को खाद्य तेल के मामले में आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं। रूचि सोया में निवेशकों की भारी रूचि देख बाबा ने कहा कि हमारा लक्ष्य रूचि सोया को विश्व की एक प्रमुख खाद्य कंपनी बनाना है। हमने जैसे योग को घर-घर पहुंचाने का काम किया है, ठीक वैसे ही अब समृद्धि का संदेश घर-घर पहुंचा रहे हैं। उन्होने यह भी कहा कि देश को रोगमुक्त बनाना हमारा सपना है। बाबा रामदेव ने कहा कि रूचि सोया अब केवल एक कमोडिटी नहीं है। कंपनी के पास अन्य बिजनेस के बीच एफएमसीजी, खाद्य व्यवसाय और न्यूट्रास्यूटिकल्स भी हैं। बाबा ने कहा कि कंपनी वैश्विक पहुंच को मजबूत करने के साथ-साथ भारत में ग्रामीण वितरण पर केन्द्रित है।
5 साल में शीर्ष एफएमसीजी कंपनी बनेगी पतंजलि
बाबा रामदेव ने बताया कि पतंजलि और रूचि सोया का संयुक्त वार्षिक कारोबार लगभग 35,000 करोड़ रूपये है और इसे अगले पांच वर्षों में भारत की शीर्ष एफएमसीजी कंपनी बनाने का इरादा है। गौरतलब है कि पतंजलि ने वर्ष 2019 में 4,350 करोड़ रूपये में एक दिवाला प्रक्रिया के माध्यम से रूचि सोया को खरीदा था। इसके प्रमुख ब्रांड में सनरिच, रूचि गोल्ड, न्यूट्रेला और महाकोष हैं। पूंजी बाजार नियामक सेबी ने इसे अगस्त 2021 में अपनी मंजूरी दी थी