Rajouri Encounter: कांगड़ा जिले के अरविंद कुमार के जम्मू-कश्मीर के राजोरी में शहादत की खबर सुनते ही गांव चीख-पुकार से गूंज उठा। अरविंद की शहादत की खबर उसके परिवार वालों को शुक्रवार दोपहर बाद पता चली। रिश्तेदार व गांव के सैकड़ों लोग अरविंद के परिवारजनों को ढांढस बंधाने पहुंचे गए।
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वही, शहीद के भाई ने बताया कि उन्हें सेना की ओर से फोन पर बताया गया कि उनके भाई को गोली लगी है ओर वह घायल हैं। जब वह घर पर आए तो दोबारा फोन आया कि अरविंद आतंकी मुठभेड़ में शहीद हो गए हैं। अरविंद की पूरी रेजिमेंट को कुपवाड़ा से पुंछ बुलाया गया था।
Rajouri Encounter: बेटी से किया था वादा
शहीद अरविंद कुमार को क्या पता था कि बीते दो माह पहले जिस बेटी का उपचार दिल्ली से चलाया था, वह अधूरा ही रह जाएगा। अरविंद की छोटी बेटी को कुछ समय से नाक में कुछ समस्या थी। इसका दिल्ली के एक निजी अस्पताल से उपचार शुरू करवाया था। बीते दो माह पहले जब वह छुट्टी आए थे तो अरविंद को चिकित्सकों ने ऑपरेशन की सलाह दी थी।
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हालांकि, अरविंद छोटी बेटी के नाक का ऑपरेशन करवाना चाहते थे। वह पत्नी बिंदु देवी, पिता उज्ज्वल सिंह और माता निर्मला देवी से यह कह कर गए थे कि अगली छुट्टी में अपनी बेटी के नाक का ऑपरेशन करवाएंगे। इसके बाद बेटी ठीक हो जाएगी। शहीद अरविंद की दो बेटियां हैं।