मीडिया दर्शन मोहनिया कैमूर। बुधवार को चंद्रयान 3 के चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के बाद एक ओर जहां भारत पूरे विश्व में पहला स्थान हासिल करके पूरे विश्व में डंका झंडा लहरा रहा है। तो वही गुरुवार को क्षेत्र के कृष्ण सेंट्रल स्कूल में स्कूली बच्चों ने कार्यक्रम आयोजित कर सबसे पहले इसरो के तमाम वैज्ञानिकों को चंद्रयान-3 के सफल लैंडिंग होने की इस कामयाबी पर धन्यवाद करते हुए बधाई दिया। इस दौरान विद्यालय के होनहार बच्चों ने कार्यक्रम में बच्चों को चंद्रयान-3 के बारे में विधिवत जानकारी साझा की। छात्रों ने बताया कि पहली बार चंद्रयान को जब भेजा गया तो उसकी लैंडिंग नहीं की जा सकी इसके बाद एक बार फिर भारत के वैज्ञानिकों ने अपनी हार नहीं मानते हुए दूसरी बार भी चंद्रयान-2 को चंद्रमा पर भेजने की कवायत की गई थी।
चंद्रायन-3 की सफल लैंडिंग विकसित भारत के शंखनाद का पल- सम्राट
हालांकि दूसरी बार भी सफलता हासिल नहीं मिलने के बाद इसरो के वैज्ञानिकों ने अपनी हार नहीं मानी और आखिरकार अपनी हुनर के बदौलत विश्व को यह दिखला दिया कि भारत जिस काम को ठान लेता है उसे पूरा करने में कटाई पीछे नहीं हटता। और आखिरकार चंद्रयान-3 का सफल लैंडिंग इसरो के वैज्ञानिकों ने करके दिखला दिया। बच्चों में कक्षा 10 की छात्रा साक्षी सिंह ने चंद्रयान-3 के एक पार्ट विक्रम लैंडर बारे में जानकारी देते हुए बताया कि विक्रम लैंडर चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग वाला यंत्र है जो बिना किसी नुकसान के लैंडर चांद की सतह पर उतरता है। और इसकी हाइट लगभग 5 मीटर है। इस चंद्रयान के सफल लैंडिंग के बाद भारत अब चंद्रमा पर नए-नए शोध कर पाएगा। इस मौके पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं के अलावे सभी शिक्षक मौजूद रहे।