भभुआ| कैमूर जिले में पुलिसिया जुल्म का मामला प्रकाश में आया है, पीड़ित के द्वारा बताया कि अंग्रेजी हुकूमत के दौरान भारतीयों पर जुल्मो-सितम की तरह दुर्गावती थानेदार के द्वारा क्रूरता किया गया है| घटना के बाद पुलिस पब्लिक रिलेशन पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं जहाँ सरकार पुलिस की क्षवि सुधारने में।लगी है तो वहीँ कैमूर जिले के दुर्गावती पुलिस भय की क्षवि बना रहे हैं| दुर्गावती थाने के थानेदार राजीव रंजन सिंह पर आरोप है कि वे तीन दिन पहले दुर्गावती बाजार निवासी मोहम्मद फिरोज फारूकी को साइकिल चोरी के इल्जाम में सीसीटीवी फुटेज मे रास्ते से गुजरने को आधार मानकर थाने ले गई और थाने के अंदर दो रात तीन दिन तक उसकी पिटाई करती रही. उसकी पिटाई ऐसी तैसी नहीं हो रही थी|(कैमूर: कैमूर में पुलिसिया)
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उसकी पिटाई अंग्रेजी हुकूमत के तर्ज पर की जा रही थी. मुंह के बल लिटा कर हाथ पैर चारों तरफ से पकड़कर और उसके ऊपर डंडा बरसाए जा रहे थे. फर्क केवल अंग्रेजी हूकूमत से इतना ही था कि अंग्रेज भारतीयों पर कोड़े बरसा रहे थे और दुर्गावती के थानेदार डंडा बरसा रहे थे. पिटाई करते यह कबूलाया जा रहा था कि बोलो तुमने साईकिल की चोरी की है. लेकिन उसने साइकिल चोरी की बात कबूल नहीं की और उससे कबूलवाने की जिद में थानेदार द्वारा उसका बर्बर पिटाई किया जाता रहा. और वह बचाओ बचाओ चिल्लाता रहा| पीड़ित फिरोज टीबी का मरीज है।और टीबी की दवा चलने की दुहाई देता रहा. उसके बाद भी थानेदार को दया नहीं आया. उसकी बर्बर पिटाई होती रही.|
पीड़ित को थाना में देखने गए मुखिया को भी जेल में बंद करने की मिली धमकी
घटना की जानकारी वहां के मुखिया गुड्डू सिंह को हुई तो थाना पहुंचकर थानेदार से बताएं की वह चोर नहीं है जहां से साइकिल चोरी हुई है. वहीं से उसके घर जाने का रास्ता है. यह सुनकर थानेदार मुखिया पर भी आग बबूला हो गए और थानेदार ने मुखिया को भी जेल के अंदर भेजने की धमकी दे डाली. तीन दिनों तक उसकी बर्बर पिटाई करने के बाद फिरोज को थाने से छोड़ा गया। सवाल यह है कि जब फिरोज चोर था तो उस पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए थी. बिना सुबूत इतनी बेरहमी से पिटाई क्यों की गई?(कैमूर: कैमूर में पुलिसिया)
घटना के बाद लोगों में नाराजगी, मुखिया बोले गुंडा थानेदार, कार्रवाई नही होने पर आंदोलन
पीड़ित ने बताया कि भरपूर पिटाई करने के बाद जब थानेदार का मन भर गया तो उसे छोड़ दिया गया. पिटाई से उसके शरीर पर गहरी चोटों के निशान देखकर लोगों के रोगटें खड़े हो जा रहे हैं. थानेदार की बर्बरता को देखते हुए दुर्गावती मुखिया गुड्डू सिंह के नेतृत्व में दुर्गावती बाजार के काफी संख्या में लोग शुक्रवार को डीआईजी के यहां पहुंच कर गुहार कर न्याय की मांग की. मुखिया गूड्डू सिंह ने बताया कि फिरोज चोर नहीं है. अंग्रेजों के जुल्म से बढकर थानेदार ने करीब सौ लाठी उसके ऊपर बरसाई है. हम जब थानेदार से कहने गए कि वह चोर नहीं है तो हमें भी अंदर करने की धमकी थानेदार ने दी है . दुर्गावती थाने के थानेदार गुंडा है जो कानून को ताक पर रखकर गुंडा की तरह थाना चला रहे हैं, हम मांग करते हैं कि थानेदार का यहां से तत्काल तबादला या सस्पेंड किया जाए. नहीं तो अगले दिन हम जनता को लेकर सड़क पर उतरेंगे और चक्का जाम करेंगे|(कैमूर: कैमूर में पुलिसिया)