पटना : प्रदेश कार्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में पार्टी द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती मनाई गयी। इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद श्री राजीव रंजन सिंह ‘‘ललन’’ जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह विधान पार्षद श्री उपेन्द्र कुशवाहा, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा, विधान पार्षद श्री संजय कुमार सिंह ‘‘गांधीजी’’, पार्टी के राष्ट्रीय सचिव विधान पार्षद श्री रवीन्द प्रसाद सिंह, सांसद श्री चंदेष्वर प्रसाद चंद्रवंशी, विधान पार्षद प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री ललन कुमार सर्राफ, विधान पार्षद श्रीमती कुमुद वर्मा, मुख्यालय प्रभारी श्री मृत्युंजय कुमार सिंह, प्रदेष सचिव श्री वासुदेव कुषवाहा एवं मनीष कुमार, ई0 रामचरित्र प्रसाद, श्रीमती श्वेता विष्वास, श्री नीतीष पटेल, श्री जितेन्द्र नाथ, डाॅ0 निहोरा प्रसाद यादव, श्री वीरेन्द्र सिंह दांगी, श्रीमती अंजूम आरा, श्री अरविंद निषाद, श्री नंद किषोर कुषवाहा, श्रीमती रेखा गुप्ता, श्री अंगद कुषवाहा, श्री छोटू सिंह, श्री विनोद सिंह, श्री राजीव रंजन पटेल, श्री ओम प्रकाष सेतु, श्रीमती प्रतिभा सिंह, श्रीमती रीणा चैधरी, श्री रणविजय कुमार, श्रीमती किरन रंजन, श्री रवीन्द्र पटेल, श्रीमती खुषबू सिंह, श्रीमती मालती सिंह, श्रीमती राज कुमारी विभु, श्रीमती रेणुका कुुषवाहा, श्री चंदन पटेल, श्री जार्ज मांझी, श्री रूबेल रविदास, श्री पवन रजक, श्री राहुल खंडेलवाल सहित बड़ी संख्या में नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने दोनों के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ने श्री अमित शाह के बिहार में पुनः आने संबंधित एक सवाल के जवाब में कहा कि क्या दिक्कत है वो यहीं रहें, यहाँ कैंप करें। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि वो जेपी का इतिहास भूगोल जानते हैं कि नहीं 74 के छात्र आंदोलन में उनकी क्या भूमिका थी मुझे इसकी जानकारी नहीं है।(बापू व शास्त्री जी)
विचारधारा भी रहेगी। शास्त्री जी ने अपने अल्प कार्य काल में देश की उल्लेखनीय सेवा की है।
Read also : सासाराम : शहर के लोगों की समस्यों को किया जाएगा दूर: सत्यवंती देवी
प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि बापू सत्याग्रह के माध्यम से अत्याचार के विरुद्ध जंग करने वाले महापुरुष थे। जिनका जन्म दिन पूरे विश्व में अन्र्तराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है। हमारे नेता माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी बापू द्वारा बताए गए सात सामाजिक पापों को ध्यान में रखते हुए ही सूबे की सेवा पिछले सत्रह वर्षों से कर रहे हैं। वहीं शांति, दृढ़ता और ईमानदारी के प्रतीक लालबहादुर शास्त्री जी ने लगभग अठारह महीने भारत के प्रधानमन्त्री रहे। उन्होंने ही पहली बार महिला कडक्टर्स की नियुक्ति की और भीड़ को नियंत्रित रखने के लिये लाठी की जगह पानी की बौछार का प्रयोग प्रारम्भ कराया।(बापू व शास्त्री जी)