समस्तीपुर : इस्ट सेंट्रल रेलवे इंजीनियर्स एसोसिएशन समस्तीपुर मंडल द्वारा ई० मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जी के जन्म दिन को अभियंता दिवस के रुप में मनाया गया। इस कार्यक्रम में समस्तीपुर रेल मंडल के सभी तकनीकी विभागों के इंजीनियर्स अपने परिवार सहित सहभागी बने। इस कार्यक्रम का शुभारंभ इंजीनियर्स गान से किया गया तथा ई० विश्वेश्वरैया की जीवनी को सार्वजनिक रूप से रेखांकित करते हुए अपने जीवन में उतारने पर बल दिया। आज की परिस्थितियों में ई० विश्वेश्वरैया जी के आदर्शों का अनुसरण करते हुए नवभारत के निर्माण में प्रयास करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। आज भी ई० विश्वेश्वरैया भारतवर्ष के इंजीनियर्स का आदर्श हैं तथा अनुकरणीय भी है। उक्त कार्यक्रम के दौरान इंजीनियर्स एसोसिएशन के सांगठनिक सशक्तिकरण एवं उपयोगी बनाने के विषय पर मंथन हुआ,
साथ ही रेलवे में जेई तथा सिसेई की वास्तविक स्थिति पर विचार विमर्श हुआ। इसमें मूल भाव यही उजागर हुआ कि रेल में हर जेई एवं एसएसई प्रताड़ित और त्रस्त है जो कहीं अपना अनुभव साझा नहीं कर सकता। दिनोदिन इस केटेगरी की स्थिति ढलती बिगड़ती जा रही है, जिसके लिए कोई चिंता करने वाला नहीं। ऐसा प्रतीत होता है मानो अब भारतीय रेलवे को अपने तकनीकी कार्यों के सम्पादन में इन इंजीनियर्स की आवश्यकता नहीं है। वहीं दशकों से इस केटेगरी को अलग करने की मांग की जा रही है, किन्तु आश्वासन से अधिक कुछ हाथ नहीं आता है। रेल परिचालन के सारे दायित्वों को निभाते हुए भी ये जेई एवं एसएसई नि: सहाय और नि:शब्द खड़े दिखाई देते हैं। यह समुदाय अनुभव करता है कि इनकी प्रताड़ना और पराभव ही रेल के विकास की अवधारणा है। आज के इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ई विकास चंद दत्ता,
सहायक इंजीनियर सुगौली, ई० रण विजय कुमार मुख्य सतर्कता निरीक्षक हाजीपुर तथा ई० क्षितिज मोहन, इसीआर इए के महासचिव उपस्थित थे। इन सब ने संगठन को सम्बल देने तथा लक्ष्य की ओर बढ़ने पर उत्साहवर्धन किया। इस सभा एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता ई० जी० आर० महतो एसएसई /डी ने किया। इसके साथ ही प्रमुख वक्ता के रूप में ई० ओंकार नाथ सिंह, ई० विजय कुमार, ई० संजय कुमार, ई० आनन्द कुमार वर्मा, ई० वरुण कु० मंगलम्, ई० प्रेमनाथ, ई० सौरभ कुमार, ई० विनीत कुमार, ई० जितेंद्र कुमार, ई० मनोज कुमार, ई० लाल बाबू आजाद मौजूद थे। वहीं अभियंता दिवस कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान के साथ पूरा किया गया। इंजीनियर्स एसोसिएशन के प्रोत्साहन के लिए जोरदार सहमति गुंजित की गई।