सासाराम। सासाराम मुफस्सिल थाना क्षेत्र के धनकाढ़ा गांव में दो पक्षों के बीच आठ महीनें से चल रहा विवाद रविवार को खूनी संघर्ष में बदल गया। रविवार को 35 वर्षीय वकील राम के सिर पर एक पक्ष के लोगों ने लाठी डंडा एवं पत्थर पटककर मार डाला। घटना शाम तीन बजे के आस पास की है। जिसके विरोध में सैकड़ों लोग सासाराम पोस्टऑफिस चौराह पहुंचे। जहां सड़क जाम करने का प्रयास किया। वहां भी पहुंची पुलिस के साथ धक्का मुक्की की नौबत आई। शव के साथ सड़क जाम कर रहे लोग मौके पर अड़े रहे। दो घंटे तक अफरा तफरी का माहौल रहा। जहां अनुमंडलाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को पहुंचना पड़ा। आक्रोशित लोग घटना के लिए पुलिस को जिम्मेवार बता रहे थे। जो लापरवाह पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई के लिए बार-बार नारे भी लगा रहे थे। (आपसी विवाद को लेकर)
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दोनों पक्षों के बीच 8 महीनों से चल रहा था तनाव
उधर धनकाढ़ा गांव में इस घटना के बाद तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। दोनों पक्ष एक दूसरे को मरने मारने पर उतारू है। वकील राम के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सासाराम लाया गया। जहां भीम आर्मी सहित अन्य संगठन के लोग हत्या कांड का विरोध करते हुए वरीय अधिकारियों को बुलाने के लिए अपनी मांग पर अड़े हुए थे। इस दौरान आक्रोशित लोगों एवं पुलिस प्रशासन के साथ धक्का-मुक्की का नजारा भी देखने को मिला। पोस्टऑफिस चाैराहा पर सासाराम एसडीएम मनोज कुमार, एसडीपीओ संतोष कुमार राय, टाउन थानाध्यक्ष संजय सिन्हा, मुफस्सिल थानाध्यक्ष देवराज राय, शिवसागर थानाध्यक्ष सुशांत मंडल सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे। बता दें कि धनकाढ़ा गांव में पिछले आठ महीनें से दो पक्षों के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी। इस दौरान दोनों पक्षों के तरफ से घटी मारपीट की घटनाओं की कम से कम बीस एफआईआर दर्ज कराए जा चुके थे। (आपसी विवाद को लेकर)

शनिवार को दोनों पक्ष लाठी डंडे और हरवे हथियार के साथ आमने समाने होकर मारपीट कर रहे थे। इसी बीच वहां पहुंची पुलिस ने बीच बचाव का प्रयास किया तो पुलिस टीम पर भी असमाजिक तत्वों ने हमला बोल दिया। जिसमें कुछ पुलिस कर्मी घायल भी हुए थे। जिसकी अलग से प्राथमिकी दर्ज कराई गई। शनिवार को दोनों पक्षों के साथ-साथ पुलिस ने भी एक एफआईआर दर्ज कराई। उस दिन कुल तीन एफआईआर दर्ज हुए। विवाद का कारण कुछ भी नहीं, सिर्फ जातिय वर्चस्व का लड़ाई है। उसी को लेकर संघर्ष आठ महीनें से चल रहा है।