ज़मानियाl जम्मू कश्मीर में तैनात जवान ग्राम देवढ़ी निवासी फौजी गणेश पाल का शव पैतृक निवास मंगलवार को सेना के जवानों द्वारा लाया गया। जहाँ बुद्धवार को जामानिया कस्बा स्थित बलुवा घाट पर पूरे सम्मन के साथ अन्तिम विदाई दी गयी|(गाजीपुर: जम्मू कश्मीर में)
जमानियाँ कोतवाली क्षेत्र ग्राम देवढ़ी निवासी फौजी गणेश पाल 40 जम्मू कश्मीर में तैनात बीते रविवार की देर रात को ड्यूटी के खत्म होने के बाद वह भोजन कर अपने बैरक में सोने चले गये ,अगले दिन सोमवार की सुबह जब नहीं उठे तो उनके साथियों ने उन्हें क ई बार जगाया ,मगर कोई हरकत न होने पर ,साथियों ने इसकी सूचना अपने सैन्य अधिकारियों को दी तो हडकंम्प मच गया।(गाजीपुर: जम्मू कश्मीर में)
आननफानन में उनके साथियो ने आर्मी के कमांड अस्पताल में वाहन से ले गये,जहां उनका डाक्टरो ने देखते ही गणेश पाल को मृत घोषित कर दिया। सैन्य अधिकारियों ने तत्काल इसकी सूचना मृत फौजी के परिजनों को दिया,सूचना मिलते ही परिवार में जहाँ कोहराम मच गया,वहीं गाँव में सन्नाटा पसर गया,सेना के जवान की मौत की खबर गाँव सहित क्षेत्र में आग की तरह फैल ग ई,जहाँ क्षेत्रीय ग्रामीणों की भीड इकठ्ठा हो ग ई ,ग्रामीण शोकसंतप्त परिजनों को सांत्वना देने लगे।
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इधर मृत सेना के जवान का पोस्टमार्टम कराने के लिए आज मंगलवार की दोपहर सैन्य और सेना के मेडिकल विभाग के डाक्टर व अधिकारी जुट गये ।जवान का पार्थि शरीर आज मंगलवार की देर रात तक आने की उम्मीद है।मृतक की पत्नी इन्द्रावती देवी समेत घर की महिलाओं की चीखपुकार से माहौल पूरी तरह से गमगीन हो गया।
परिजनों ने बताया कि इस घटना की जानकारी उन्हें बीते सोमवार की देर रात को सेना के अधिकारियों के द्वारा सेल फोन से दिए गये सूचना से हुई। जिससे पूरे गॉव में शोक की लहर दौड़ गई।(गाजीपुर: जम्मू कश्मीर में)
परिजनों ने बताया कि सेना के अधिकारियों ने बताया कि जवान ड्यूटी करके आने के बाद रात में खाना खाकर सो गये जो अगले दिन सुबह में वह मृत पाये गये। परिजनों ने बताया कि सेना का जवान जम्मू-कश्मीर में गोरखा रेजिमेंट में तैनात थे जो आगामी 31 अक्टूबर को सेवानिवृत होने वाले थे। मृत सेना का जवान अपने दो भाईयों में छोटे थे,मृतक जवान के दो बेटे बिट्टू, दिप्पू व एक बेटी नेहा 15 है।