पटना डेस्क: लैंड फॉर जॉब घोटाले मामले में बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव के परिवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार (3 जुलाई) को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में लैंड फॉर जॉब घोटाले मामले में आरोप पत्र दाखिल किया है. आरोप पत्र में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और कंपनियों समेत कई अन्य लोगों के नाम आरोपी के तौर पर शामिल हैं।
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राउज एवन्यू कोर्ट अब 12 जुलाई को सुनवाई करेगा. नौकरी के बदले जमीन घोटाले से संबंधित मामले में सीबीआई पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और कई अन्य के खिलाफ पहले ही आरोप पत्र दायर कर चुकी है। सीबीआई ने अदालत को बताया कि पहले से ही आरोप पत्र दायर होने के बावजूद मामले में एक नया आरोप पत्र दायर किया गया है क्योंकि कथित मामला एक अलग कार्यप्रणाली के साथ किया गया है. कोर्ट को ये भी बताया गया कि लालू और तीन अन्य के खिलाफ मंजूरी का इंतजार है।
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वहीं, ये मामला लालू प्रसाद यादव के परिवार को तोहफे में जमीन देकर या जमीन बेचने के बदले में लोगों को रेलवे में कथित तौर पर नौकरी देने से संबंधित है. ये मामला 2004 से 2009 के बीच का है जब लालू यादव रेल मंत्री थे. सीबीआई का आरोप है कि जो जमीनें ली गई थी वो राबड़ी देवी और उनकी बेटी मीसा भारती के नाम पर भी ली गई थीं। इस मामले को लेकर सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी से बीते मार्च के महीने में घंटों पूछताछ की थी. जिसके बाद आरजेडी ने केंद्र पर जोरदार हमला बोलते हुए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था।