सासाराम। बड़ों के साथ साथ बच्चों को विभिन्न रोगों से बचाने के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। खासकर शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से कई अभियान चलाए जा रहे हैं। शिशु मृत्यु दर को शून्य स्तर तक लाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का आयोजन किया जाता है। जिले में दस्त नियंत्रण पखवाड़ा की शुरुआत 15 जुलाई से हो रही है जो आगामी 30 जुलाई तक आयोजित की जाएगी। इसके तहत 0 से 5 तक के बच्चों को दस्त (डायरिया) से बचाने के लिए ओआरएस एवं जिंक की गोली का सेवन कराया जायेगा । बरसात के मौसम में डायरिया का प्रकोप बढ़ना शुरू हो जाता है। इसलिए जुलाई के मध्य में ही दस्त नियंत्रण पखवाड़ा चला कर बच्चों को ओआरएस एव जिंक की गोली दी जाती है। सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा को सफल बनाने के उद्देश्य से राज्य स्वास्थ्य समिति ने पहले ही सभी जिलों के सिविल सर्जन को जरूरी निर्देश दिया है। दस्त पखवाड़ा को सफल बनाने के लिए इसके अंतर्गत की जाने वाली गतिविधियों का सूक्ष्म क्रियान्वयन एवं अनुश्रवन करने को भी कहा गया है।
जिले में साढ़े चार लाख बच्चे लक्षित
सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा को लेकर रोहतास जिले में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। इसके लिए रोहतास जिले में कुल साढ़े पांच लाख घरों में कुल साढ़े चार लाख के करीब बच्चों को ओआरएस का घोल देने का लक्ष्य रखा गया है। अभियान के तहत प्रत्येक घर मे 0 से 5 वर्ष के मौजूद बच्चों के लिए एक ओआरएस का पैकेट प्रदान करना है। वहीं जिन घरों के बच्चे दस्त से पीड़ित है उन्हें 2 पैकेट एवं 14 जिंक टेबलेट की गोली देनी है।
आशाकर्मी व आंगनबाड़ी सेविका निभाएंगी अहम भूमिका
रोहतास जिले में अभियान को सफल बनाने में आशा कर्मी एवं आंगनबाड़ी सेविका अहम भूमिका निभाएंगी। आशा कर्मी एव सेविका साढ़े पांच लाख लोगों के घरों तक जाकर ओआरएस एवं जिंक की दवा वितरण करेंगी। साथ ही साथ लोगों को दस्त (डायरिया) के बारे में भी जागरूक करेंगी।
डायरिया बच्चों के लिए जानलेवा
डीआईओ सह दस्त नियंत्रण पखवाड़ा के नोडल अधिकारी डॉ आरकेपी साहू ने बताया कि 0 से 5 वर्ष के बच्चों के लिए डायरिया काफी खतरनाक होता है। यदि सावधानी नहीं बरती गई तो इससे बच्चों की जान भी जा सकती है। उन्होंने बताया कि शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से हर वर्ष यह पखवाड़ा मनाया जाता है। जिसमें लोगों को जागरूक किया जाता है। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत प्रत्येक घरों में आशा कर्मी द्वारा ओआरएस का पैकेट एवं जिंक की गोली प्रदान की जाएगी। यह अभियान 15 से 30 जुलाई तक चलाया जाएगा।