नई दिल्ली| केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा है कि भारत कृषि क्षेत्र में प्रगति के पथ पर निरंतर आगे बढ़ रहा है और दुनिया की सबसे बड़ी अनुसंधान व विकास प्रणालियों में से एक है। उन्होने कहा कि भारत सर्वोत्तम पद्धतियों को अन्य देशों के साथ साझा करने के लिए तैयार है और अन्य विकासशील देशों की क्षमताओं का निर्माण करने के साथ अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ सहयोग करता रहेगा।
श्री तोमर ने यह बात 36वें एशिया-प्रशांत एफएओ (खाद्य एवं कृषि संगठन) क्षेत्रीय सम्मेलन में वर्चुअल कही। उन्होने कहा कि कोरोना महामारी के कारण आपूर्ति श्रृंखलाओं में विभिन्न व्यवधानों के बावजूद भारत में कृषि क्षेत्र ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। आपूर्ति श्रृंखलाओं को खुला रखने और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर विभिन्न फसलों की खरीद के बेहतर तंत्र के माध्यम से किसानों को प्रत्यक्ष बाजार सहायता प्रदान करते हुए हमारे सक्रिय नीतिगत हस्तक्षेत्रों के द्वारा कृषि क्षेत्र का सकारात्मक प्रदर्शन संभव हो पाया है।
कृषि मंत्री ने कहा कि भारत कृषि क्षेत्र को सतत व लचीला बनाकर किसानों के जीवन और आजीविका में सुधार लाने का प्रयास कर रहा है, जिसके लिए राष्ट्रीय सत्र के अनेक कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। उन्होने कहा कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र टिडिडयों-फॉल आर्मी वर्म जैसे सीमापार कीटों से प्रभावित हुआ, तब उचित समय पर भारत ने वृहद् नियंत्रण अभियान चलाया व अन्य प्रभावित देशों की सहायता भी की। टिड्डी नियंत्रण के लिए ड्रोन का भी सफलतापूर्वक उपयोग किया। सम्मेलन में बांग्ला देश के कृषि मंत्री एवं 36वें एशिया-प्रशांत क्षेत्रीय सम्मेलन मंत्रिस्तरीय सत्र के अध्यक्ष डॉ मुहम्मद अब्दुर रज्जाक, एफएओ के महानिदेशक व एफएओ परिषद के अध्यक्ष क्यू डोंग्यू प्रमुखता से मौजूद थे।