दुर्गावती (कैमूर)।बरसात के दिनों में खेतों में पानी भर जाने पर सुरक्षित स्थानों पर सर्प गांवों मे पहुंच कर झुग्गी झोपड़ी एवं घरों में आशियाना बना लेते हैं. और जैसे ही मौका पाते हैं लोगों को डंस लेते हैं. बरसात के दिनों में इस समय दुर्गावती प्रखंड क्षेत्र में सर्प दंश की घटनाओं में काफी इजाफा हुआ है ज्यादातर घटनाओं मे झाड़ फूंक के चक्कर में मौत हो जाती है लेकिन आठ जुलाई की रात्रि बिछिया गांव में जो घटना घटी.उस घटना में दो सगे भाइयों को सर्प ने डंस दिया।
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जानकारी होने पर परिजन झाङ फूक के चक्कर में नहीं फंसे और सीधे बच्चे को लेकर सरकारी अस्पताल पहुंचे.फिर भी दोनों बच्चों की मौत हो गई.एक बच्चा सीधे भभुआ सदर अस्पताल ले जाया गया तथा दूसरे बच्चे को दुर्गावती अस्पताल ले जाया गया था.सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने अमित कुमार को मृत घोषित कर दिया. वही नीतीश कुमार को दुर्गावती सरकारी अस्पताल लेकर परिजन पहुंचे.लेकिन दुर्गावती से नीतीश कुमार को भभुआ के लिए रेफर कर दिया गया वहां पहुंचने पर चिकित्सकों द्वारा वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया एंबुलेंस से बीएचयू जाने पर चिकित्सकों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया जबकि सर्प काटने पर इलाज के लिए हर सरकारी अस्पतालों में स्नेक एंटी वेनम नामक इंजेक्शन मौजूद है.लेकिन बताया जाता है कि काफी विलंब हो जाने के बाद अस्पताल पहुंचने पर बच्चों की हालत काफी गंभीर हो गई थी. इसलिए दोनों बच्चे नहीं बच पाए .इसी तरह 13 जुलाई को घिनहू पट्टी में शकुंतला देवी नामक महिला की सर्पदंश से मौत हो गई थी तथा 8 जुलाई को कबिलासपुर में युवक बाली राम की मौत हो गई थी दोनों मामले में परिजन झाड़-फूंक के चक्कर में पड़े रहे दोनो मरीज सरकारी अस्पताल नहीं पहुंच पाए थे