पटना| राज्य के 6 जिलों यथा- लखीसराय, नालंदा, समस्तीपुर, रोहतास, नवादा और दरभंगा में 7 जुलाई से फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसके तहत कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए फाइलेरिया या हाथीपांव रोग से बचाने के लिए लोगों को दवाएं खिलाई जा रही हैं।(पटना: बिहार के 6)
उक्त 6 जिलों में लाभार्थियों को फाइलेरिया से सुरक्षित रखने के लिए 2 दवाएं डीईसी और अल्बंडाजोल एवं दरभंगा में 3 दवाओं डीईसी, अल्बंडाजोलं के साथ आईवरमेंक्टिन की निर्धारित खुराक प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा घर-घर जाकर अपने सामने मुफ्त खिलाई जा रही हैं।
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डॉ. आर.सी.एस.वर्मा, निदेशक प्रमुख, रोग नियंत्रण, स्वास्थ्य सेवायें, बिहार ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री जी की प्रतिबद्धता देखकर, हम सब फाइलेरिया रोग के उन्मूलन के लिए और अधिक प्रेरित हो गए हैं। राज्य में समुदाय को फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए राष्ट्रीय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत समय-समय पर मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न किये जा रहें हैं।(पटना: बिहार के 6)
इस अभियान में फाइलेरिया से मुक्ति के लिए 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अति गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को छोड़कर सभी लोगों को फाइलेरिया रोधी दवाये स्वास्थ्यकर्मियों के सामने ही खिलाई जायेंगी। दवाईयों का वितरण बिलकुल नहीं किया जायेगा।