नौहट्टा। गर्मी के मौसम प्रारंभ होते ही जंगल में आग लगना शुरू हो गया है। प्रतिदिन जंगल मे कहीं न कहीं आग लगने की घटना हो रही है। जिससे पेड़ पौधों का नुकसान हो रहा है। साथ ही पर्यावरण पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। प्रखंड क्षेत्र के महादेव खोह के जंगल में सोमवार की सुबह में आग लग गई। जिसके कारण पेड़ पौधे आग की भेंट चढ़ते जा रहे हैं। आग की लपटें धीरे-धीरे विकराल रूप लेते जा रही है। सूत्रों की मानें तो सोमवार की सुबह कुछ लोग पहाड़ के शीर्ष पर बैठकर बात कर रहे थे। आशंका व्यक्त की जा रही है कि बीड़ी या सिगरेट पीकर उसके जलते टुकड़े टुकड़े फेंकने से आग लगी। आग ऐसी जगह लगी है कि वहां तक किसी का पहुंचना बहुत ही मुश्किल है। महादेव खोह के साधु बाबा के द्वारा वन विभाग को सूचित किया गया है। बताते चलें कि महादेव खोह के जंगल में बांस, जामुन, बरगद, पीपल, आंवला, संजीवनी बूटी, गुड़मार, हर्रे, बहेरा आदि अनेक औषधीय पेड़ पौधों का भरमार है। इन्हीं पेड़ पौधों के कारण महादेव खोह जल प्रपात के पानी का टीडीएस बीस से पच्चीस रहता है। आग लगने से औषधीय पेड पौधे जो आग की लपटों की चपेट में आ रहे हैं। उनकी भरपाई होने में काफी समय लगेगा। महादेव खोह में साधु बाबा के रहने तथा जंगल की कटाई रोकने के कारण जंगल औषधीय पेड़ पौधों, फलदार व जंगली वृक्षों से भरा पड़ा है। आग की लपटें विकराल रूप लेते ही जा रही है तथा पेड़ पौधों को जलाते हुये आगे बढ़ती जा रही है। जानकार बताते हैं कि तेज हवा चलने से बांस में आपस में होने वाली रगड़ से भी जंगल में आग पकड़ लेती है या महुआ चुनने वाले महुआ के पेड़ के नीचे साफ-सफाई करके एक जगह एकत्रित कर उसमें आग लगा देते हैं। जिससे जंगली पेड़ों का काफी नुकसान होता है। रेंजर शिवनंदन चैधरी ने बताया कि आग लगने की सूचना मिली है। आग बुझाने वाली टीम को भेजा गया है।

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बिहार के चर्चित चारा घोटाले का जिन्न एक बार फिर बाहर आ गया है। राज्य सरकार अब इस मामले में 950 करोड़ रुपये की वसूली के लिए कोर्ट जाने की