पटना| बिहार की राजधानी पटना में बेखौफ अपराधियों ने पुलिस को फिर से एक बड़ी चुनौती दी| दानापुर नगर परिषद के उपाध्यक्ष सह जदयू नेता दीपक मेहता को बीती रात अपराधियों ने गोली मार दी| जिन्हें गंभीर अवस्था में राजाबाजार के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया|
बताया जाता है कि दीपक मेहता अपने घर के पास बैठे थे| इसी दौरान लगभग तीन की संख्या आए अज्ञात बाइक सवार अपराधियों ने दीपक मेहता पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी| अचानक गोलियों की आवाज से पूरा इलाका गूंज उठा और गोलियों की आवाज से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई| आसपास के लोग जब तक कुछ समझ पाते तब तक अपराधी घटना को अंजाम दे कर फरार हो गए|
आक्रोशित हुए लोग
दीपक मेहता की मौत की खबर सुन लोगों में आक्रोश बढ़ गया| जिसके बाद विरोध में नासरीगंज के लोगों ने पटना-दानापुर मुख्य मार्ग को पूरी तरह बाधित कर दिया| आक्रोशित लोगों ने सड़क पर आगजनी और पुलिस प्रसाशन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी| कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया| वही दूसरी तरफ मृतक के परिजनों एवं समर्थकों ने निजी अस्पताल में जमकर हंगामा और तोड़फोड़ की जिसके बाद स्थिति अनियंत्रित हो गई| पुलिस ने आक्रोशित परिजनों और समर्थकों के घंटो समझाने का प्रयास किया, लेकिन वो नही माने और बिना पोस्टमार्टम कराए बॉडी को घटनास्थल पर लेकर चले गए| इस बीच आक्रोशित लोगों ने शास्त्रीनगर थानेदार को घंटो बंधक बनाए रखा|
लापरवाह वरीय अधिकारी
शहर में इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी पटना के एसएसपी और सिटी एसपी सेंट्रल नदारद रहे| मीडियाकर्मियों के दर्ज़नों फ़ोन करने के बाद भी फ़ोन उठाना मुनासिब नही समझा| यह कही न कही वरीय पुलिस अधिकारियों का लापरवाह रवैया दर्शाता है|
जमीनी विवाद बना मौत का कारण
सूत्रों के जानकारी के मुताबिक दीपक मेहता का कई वर्षों से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था| कही न कही जमीनी विवाद भी मौत की पहलू से जुड़ता दिख रहा है| फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है|
अस्पताल पहुंचे वरिष्ठ नेता
घटना की सूचना पा कर पहुंचे जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और बीजेपी के सांसद रामकृपाल यादव ने घटना की कड़ी निंदा की उन्होंने कहा कि घटना में जो भी दोषी अपराधी है उसे अविलंब गिरफ्तार किया जाए|