महुआ वैशाली:-पर्यावरणविद् सुंदरम तिवारी जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश, जिला प्रतापगढ के रहने वाले हैं।पर्यावरण को लेकर इनकी संवेदनशीलता इतनी अधिक है की इन्होंने साइकिल से ही पूरे भारत भ्रमण की योजना बना डाली और पूरे भारत के विभिन्न स्कूल कॉलेज और विश्वविद्यालयों तथा गाँव में सामाजिक संगठनों को इकट्ठा करके विद्यार्थियों, किसानों तथा ग्रामिणों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता रखने , पेड़ पौधों के कमी के कारण बढ़ रहे ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्या विश्व के 10 प्रदूषित शहरों में सात शहर भारतवर्ष का होना , दुनिया के 15 गर्म शहरों में भारत के 12 शहरों का होना ,पक्षियों का प्रवासी होना आदि – आदि चिंताओं के विषय के प्रति जागरूक कर रहे हैं।बतातें चले की सुंदरम तिवारी ने अपनी शिक्षा 2016 में बी. फार्मा करके पूरी की। विद्यार्थी जीवन से ही पेड़ पौधों के प्रति काफी संवेदनशील रहे तथा पिछले 7 अप्रैल 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से प्रेरित होकर उनकी यह भारत यात्रा शुरू हुई है। अभी तक वह लगभग 15000 किलोमीटर की यात्रा साईकिल से कर चुके हैं, लगभग 20,000 सेमिनार विभिन्न स्कूल, कॉलेजों और गांवों में कर चुके हैं। जबकि 200000 (दो लाख) से ज्यादा पौधे अपने हाथों से लगवा चुके हैं। वही उत्तर प्रदेश हिमाचल प्रदेश, जम्मू- कश्मीर, राजस्थान, पंजाब हरियाणा, मध्य प्रदेश होते हुए बिहार में अभी उनकी यात्रा चल रही है।
वैशाली जिले के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक संजय कृष्ण महुआ खंड के खंड कार्यवाहक केशव शुक्ला एवं भारतीय शिक्षण मंडल के उत्तर बिहार प्रांत उपाध्यक्ष अजीत कुमार आर्य के नेतृत्व और संरक्षण में उनका जगह-जगह सेमिनार आयोजित किया जा रहा हैएवं आम लोगों को पेड़ पौधों के महत्व के प्रति जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है। यात्रा के इसी कड़ी में ज्ञान ज्योति गुरुकुलम के प्रांगण में बच्चों, शिक्षकों,ग्रामीणों को संबोधित करते हुए उन्होंने पर्यावरण के प्रति मानव के कर्तव्य का बोध कराया साथ ही पर्यावरण ना केवल मनुष्यों की रक्षा बल्कि जीव-जंतुओं की भी रक्षा करता है। इस विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम में क्षेत्र के तमाम बुद्धिजीवी विद्यालय परिवार के शिक्षक गण एवं विद्यार्थी सम्मिलित थे।विद्यालय के प्रधानाध्यापक कान्हू चरण नायक ने उन्हें अंग वस्त्र और माला भेंट कर उनका स्वागत किया कार्यक्रम में शिक्षकों के साथ-साथ चंदेश्वर राय, चंदेश्वर सिंह, विनय विमल, डॉक्टर सुरेंद्र ठाकुर, राकेश कुमार पांडे, स्वामी ब्रह्मानंद, बिरजू पासवान, संजीत पासवान आदि तमाम बुद्धिजीवी उपस्थित थे। स्वागत भाषण एवं धन्यवाद ज्ञापन के साथ-साथ विषय प्रवेश विद्यालय के निदेशक अजीत कुमार ने कराया।