आज रोहतास जिलाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार द्वारा, “राष्ट्रीय स्वच्छता पुरस्कार” से सम्मानित ज़िले के आठ विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।(रोहतास: ज़िले के आठ)
इस अवसर पर उपस्थित शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं शिक्षकों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि हमें स्वच्छता को अपने जीवन मे पूर्ण रूपेण अंगीकार एवं आत्मसात कर लेना चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति का यह कर्तव्य है कि ना केवल अपने घर को बल्कि अपने आसपास के एवं सबसे महत्वपूर्ण रूप से अपने टोले, गाँव, पंचायत के विद्यालयों को भी सामूहिक अभियान चलाकर स्वच्छ रखना चाहिए। उन्होंने सभी शिक्षकों एवं अभिभावकों से अपील की कि विद्यालय परिसर एवं शौचालयों की स्वच्छ्ता एवं निरंतर स्वच्छ्ता, सभी उपयोगकर्ता पर निर्भर करती है। अतएव, शिक्षक एवं छात्र भी इस कार्य मे अपना बहुमूल्य योगदान दें।(रोहतास: ज़िले के आठ)
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जिलाधिकारी ने उक्त कार्यक्रम के दौरान जिन आठ प्रधानाध्यापक को सम्मानित किया, उनमे उ. म. वि. पतालुका के अनिल सिंह, म. वि. तेनुअज के रविशंकर पांडेय, म. वि. गारा के मोहम्मद जसीमुद्दीन, म. वि. बंजारी के अब्दुल बशीर अंसारी. उ. वि. भेड़िया सुअरा के महेंद्र कुमार वर्मा, उ. म. वि. तारडीह के रमाकांत सिंह, उ. म. वि. रोहतासगढ़ के रमाकांत सिंह एवं उ. म. वि. हुरका के डोमन सिंह शामिल हैं।
सम्मान समारोह के पश्चात जिलाधिकारी ने “नामांकन रथ” को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रथ की रवानगी के अवसर पर कला जत्था की टीम द्वारा गीत एवं नुक्कड़ नाटक के माध्यम से, अभिभावकों को अपने आठवीं उत्तीर्ण बच्चों को नवमी कक्षा में नामांकन हेतु प्रेरित किया गया। ज्ञातव्य है कि नामांकन जागरूकता रथ द्वारा पूरे ज़िले में अभिभावकों को अपने बच्चों को नवम कक्षा में नामांकन हेतु प्रेरित किया जाएगा| उक्त कार्यक्रम में जिला शिक्षा पदाधिकारी, संजीव कुमार एवं dpo राघवेन्द्र प्रताप सिंह भी उपस्थित रहे।