रांची में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और पूर्व जिला परिषद सदस्य अनिल महतो उर्फ़ अनिल टाइगर की हत्या के विरोध में आज, 27 मार्च 2025 को, भाजपा ने झारखंड बंद का आह्वान किया। इस बंद को आजसू पार्टी, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और अन्य संगठनों का समर्थन प्राप्त है।
बंद का प्रभाव:
-
सड़कें और यातायात: रांची में बंद का व्यापक असर देखा गया है। कई स्थानों पर भाजपा और सहयोगी दलों के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर टायर जलाकर और बांस लगाकर मार्ग अवरुद्ध किए, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। हालांकि, कुछ इलाकों में ऑटो और ई-रिक्शा सीमित संख्या में चल रहे हैं, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिली है।
- स्कूल और कार्यालय: बंद के कारण रांची के अधिकांश स्कूल बंद रहे, हालांकि जिन स्कूलों में परीक्षाएं चल रही थीं, वे खुले रहे। बैंक और सरकारी कार्यालयों पर भी बंद का असर देखा गया है।
- विधानसभा में हंगामा: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के अंतिम दिन, भाजपा विधायकों ने अनिल टाइगर की हत्या के मुद्दे पर जोरदार हंगामा किया, जिसके परिणामस्वरूप सदन की कार्यवाही 12:55 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी विधायक कानून व्यवस्था की स्थिति पर सरकार से जवाब मांग रहे थे।
घटना का विवरण:
-
अनिल महतो की हत्या बुधवार, 26 मार्च 2025 को रांची के कांके चौक स्थित शिव मंदिर परिसर में हुई, जब अज्ञात हमलावरों ने उन्हें गोली मार दी। इस घटना के बाद, भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया, जिसके परिणामस्वरूप आज झारखंड बंद का आयोजन किया गया।
-
पुलिस की कार्रवाई:
बंद के दौरान, रांची पुलिस ने कई भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। भाजपा नेता प्रतुल शाहदेव ने दावा किया कि उन्हें सुबह बिना किसी कारण बताए घर से गिरफ्तार कर लिया गया। विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने पुलिस की इस कार्रवाई की निंदा की और कहा कि शांतिपूर्ण विरोध करने वालों की गिरफ्तारी लोकतंत्र की हत्या है।
यह बंद राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सरकार के प्रति जनाक्रोश को दर्शाता है। भाजपा और अन्य संगठनों ने सरकार से अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है और राज्य में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।