सासाराम : 2025 तक टीबी उन्मूलन को लेकर केंद्र सरकार लगातार प्रयासरत है। टीबी बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए लगातार अभियान भी चलाए जा रहे हैं। साथ ही टीबी मरीजों को सरकार से मिलने वाली सुविधाओं के अलावा अन्य सुविधाओं के लिए भी लोगों को आगे आने की अपील की जा रही है। टीबी बीमारी से जूझ रहे मरीजों को अन्य सुविधा पहुँचाने के लिए निक्षय मित्र योजना की शुरुआत की गई है,। इसके तहत समाजसेवी, जनप्रतिनिधि, के अलावा समाज के अन्य लोग इस योजना से जुड़ कर अपनी क्षमता के अनुसार किसी भी रूप में उनकी मदद पहुँचा सकते हैं। वहीं निश्चय मित्र को लेकर बुधवार को राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी (टीबी) डॉ बीके मिश्रा ने वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से जिले में टीबी संक्रमित मरीजों के साथ- साथ उनको मिलने वाली सहायता राशि एवं निश्चय मित्र के बारे में जानकारी ली । इस दौरान कई दिशा-निर्देश भी दिए गए। जिसमें टीबी संक्रमित मरीजों को मिलने वाली सहायता राशि को समय से प्रदान करना, अधिक से अधिक टीबी मरीजों की जानकारी इकट्ठा करना, अधिक से अधिक निक्षय मित्र बनाना और नियमित जांच के साथ-साथ परामर्श के माध्यम से टीबी को लेकर फैले भ्रम को मिटाना था।
निक्षय मित्र की सुविधा के लिए मरीजों की सहमति जरूरी
टीबी से पीड़ित गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को निक्षय मित्र के माध्यम से सहायता प्रदान करने के लिए अपील की जा रही है परंतु इसके लिए भी टीबी से ग्रसित मरीजों की सहमति अति आवश्यक है। जिला यक्ष्मा केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार रोहतास जिले में 1400 के आसपास टीबी से संक्रमित मरीज मौजूद हैं जिनका इलाज जारी है। उनमें से 86 प्रतिशत के आसपास टीबी के मरीज निक्षय मित्र का लाभ लेने के लिए तैयार हैं । इसके लिए जिला यक्ष्मा केंद्र निक्षय मित्र से लोगों को जोड़ने के लिए लोगों को जागरूक कर रहा है।
निक्षय मित्र बन कर टीबी मरीज व गाँव को ले सकते हैं गोद
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ राकेश कुमार ने बताया कि निक्षय मित्र योजना, टीबी रोग से पीड़ित लोगों को गोद लेने से संबंधित है। इस योजना के तहत कोई भी स्वयंसेवी संस्था, राजनीतिक दल के लोग, गैर सरकारी संस्था के लोग या जनप्रतिनिधि, टीबी के मरीज को गोद ले सकते हैं। इस योजना के तहत 6 महीना से लेकर 3 साल तक किसी भी ब्लॉक, वार्ड या जिले के टीबी रोगियों को गोद लेकर उन्हें भोजन, पोषण एवं आजीविका के लिए जरूरी मदद उपलब्ध करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि निक्षय मित्र बनने के लिए लोगों से संपर्क किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि निक्षय मित्र बनने की इच्छा रखने वाले लोग जिला यक्ष्मा केंद्र या निक्षय मित्र के पोर्टल पर जा कर स्वयं अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।