खोदावंदपुर/बेगूसाराय। गर्मी अपने परवान पर है, पारा 39 डिग्री के पार है| पिछले 04 अप्रैल से सभी विद्यालयों का कार्यावधि में बादलाव किया गया है| सुबह साढ़े छः बजे से साढ़े ग्यारह बजे तक विद्यालय संचालित किया जा रहा है| विडंबना है कि आंगनबाड़ी केंद्र पूर्ववत संचालित किए जा रहे हैं| इनके कार्यकाल में बदलाव नहीं किया गया है| अप्रैल माह की भीषण गर्मी में सुबह दस बजे से दो बजे तक संचालित किए जा रहे हैं| सुबह नौ बजे के बाद जहां लोगों को घर से निकलना मुश्किल हो रहा है, इस समय छोटे- छोटे बच्चे आंगनबाड़ी केंद्रों पर जाते दिख रहे हैं.| दोपहर दो बजे चिलचिलाती धूप में केंद्र से बच्चे लौटने को मजबूर हो रहे हैं| इस प्रचंड गर्मी में बीमार पड़ने की भय से अभिभावको में काफी असंतोष है| (भीषण गर्मी के बावजूद)
अभिभावकों ने समेकित बाल विकास परियोजना कार्यक्रम के क्रियाकलापो पर क्षोभ व्यक्त किया है
अभिभावकों ने समेकित बाल विकास परियोजना कार्यक्रम के क्रियाकलापो पर क्षोभ व्यक्त किया है| अभिभावक अपने बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र पर भेजने से परहेज करने लगे हैं| दूसरी ओर विभाग आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की पर्याप्त उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए दबाव दे रही है| इस परस्थिति में आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका असमंजस की स्थिति में है| भीषण गर्मी को देखते हुए बिहार राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ के राज्य सचिव संगीता झा ने विभाग से आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन सुबह 7 बजे से 11 बजे करने की मांग की है| (भीषण गर्मी के बावजूद)
क्या कहती हैं विभाग के अधिकारी
इस संदर्भ में प्रखंड बाल विकास परियोजना पदाधिकारी रतना कुमारी ने बताया कि आंगनबाड़ी संचालन के समय में बदलाव से संबंधित विभाग से कोई दिशा निर्देश नहीं मिला है.निर्देश मिलते ही केंद्रों का संचालन में बदलाव कर दिया जाएगा.