समस्तीपुर| जेएनयू में आइसा नेताओं एवं छात्रों पर एबीवीपी के गुंडों द्वारा हमला के खिलाफ सोमवार अखिल भारतीय प्रतिवाद दिवस के तहत शहर के पटेल मैदान गोलंबर से आइसा जिला कमिटी के बैनर तले दर्जनों आइसा कार्यकर्ताओं ने “जेएनयू में छात्रों पर हिंसा के दोषी एबीबीपी के गुंडों को अविलंब गिरफ्तार करो”, “शिक्षण संस्थानों पर हमला नहीं चलेगा”, “खाने – पहनने की आजादी पर हमला नहीं चलेगा” इत्यादि नारे लगाते हुए प्रतिरोध मार्च निकाला। मार्च स्टेडियम मार्केट, समाहरणालय, ओवरब्रिज चौराहा होते हुए कर्पूरी स्टेच्यू पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया। सभा की अध्यक्षा आइसा जिलाध्यक्ष मुकेश राज तथा संचालन आइसा जिला सह – सचिव मो. फरमान ने किया। (छात्रों पर हमले के)
वहीं सभा को संबोधित करते हुए आइसा जिला सचिव सुनील कुमार ने कहा कि दो साल बाद जेएनयू कैंपस के मेस और हॉस्टल खुला है। शिक्षा रोजगार और महंगाई के मुद्दे पर फेल केंद्र सरकार शिक्षण संस्थानों में हिंसा का सहारा लेकर शिक्षा रोजगार और महंगाई के सवाल को दबाना चाह रही है। जेएनयू कैंपस में मीनू के आधार पर हर दिन खाना बनाई जाती है. रविवार को भी मीनू के हिसाब से खाना भेज और नॉन वेज बनाई जा रही थी लेकिन विधार्थी परिषद के गुंडों एवं कार्यकर्ताओं ने नॉन भेज खाने से मना करते हुए मेष के भेंडर को भगाया और उसके बाद आइसा नेताओं व छात्रों के साथ लाठी – डंडा एवं ईट – पत्थर, ट्यूब लाइट इत्यादि से हमला कर घायल कर दिया तथा छात्राओं के साथ बदसलूकी किया है जिससे छात्राओं में आक्रोश व्याप्त हैं। (छात्रों पर हमले के)
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आइसा जिला अध्यक्ष लोकेश राज ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों में सत्ता संरक्षित छात्र संगठन चाहिए गुंडे द्वारा हिंसा फैलाकर छात्रों में दहशत व्याप्त करना चाहती है जिसे छात्र सरकार के छात्र विरोधी नीतियों का विरोध ना करें| आगे आइसा जिला उपाध्यक्ष मनीषा कुमारी ने कहा कि जेएनयू कैंपस में खाने सवाल पर विद्यार्थी परिषद द्वारा हमला कर छात्राओं के साथ मारपीट व बदसलूकी करना प्रधानमंत्री की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ किनारा कुठराघाट है|
इनौस नेता गंगा प्रसाद पासवान ने कहां कि शिक्षण संस्थानों में पहनने और खाने की आजादी पर हमला छात्र सहन नहीं करेंगे। जेएनयू के छात्रों एवं आइसा छात्र नेताओं पर हमला के दोषी एबीवीपी के गुंडों एवं कार्यकर्ताओं को अविलंब दिल्ली पुलिस गिरफ्तार करें तथा कैंपस में लोकतंत्र बाल हों अन्यथा आइसा छात्रों को गोलबंद करते हुए शिक्षण संस्थानों को बचाने के लिए आइसा देश स्तर पर मजबूत आंदोलन खड़ा करेगी।
वहीं मार्च में शामिल आइसा जिला सह सचिव मो. फ़रमान, द्रख्शा जवी, कार्यालय सचिव दीपक यदुवंशी, जानवी कुमारी, अभिषेक चौधरी, अनिल कुमार, धीरज कुमार, गौतम कुमार, महमाया कुमारी, आइसा जिला प्रभारी सुरेंद्र प्रसाद सिंह इत्यादि थे।


























