रोहतास| जिले के सभी सड़कों पर तेज रफ्तार के साथ मौत दौड़ती है, यह हम नहीं कहते यह रोहतास जिले में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े बोल रहे हैं| जिले में शायद ही कोई ऐसा दिन हो जिस दिन सड़क हादसा नही होता हो| सबसे अधिक हादसे बालू लदे ट्रक और ट्रैक्टर के होते हैं| जानकार यह बताते हैं कि सड़कों पर पुलिस और प्रशासन की छापेमारी के कारण बालू लदे वाहन जहां तहां खड़े होते हैं और जैसे ही छापेमारी अभियान ठंडी पड़ती है बालू लदे वाहन तेजी से अपने गंतव्य स्थान की ओर दौड़ लगाना शुरु करते हैं और उस समय इनकी रफ्तार इस कदर तेज होती है कि सामने जो भी आए उसे यह रौंद डालते हैं|
सड़क दुर्घटना पर लगाम कसने के लिए सरकार लगातार मुहिम छेड़े हुए हैं सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान सहित कई कार्यक्रम भी चढ़ाए जाते हैं बावजूद इसके रोहतास में तेज रफ्तार के कारण होने वाली मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है| रोहतास जिला प्रशासन को इन घटनाओं से भले ही कोई इत्तेफाक ना हो लेकिन हर दिन एक आंगन सूना होता है ऐसे में सवाल उठता है कि इन घटनाओं के लिए जिम्मेदार किसे ठहराया जाए|
ऐसी सी एक घटना सासाराम के ताराचंडी मंदिर के समीप हुई है| जहाँ बालू लादे एक अज्ञात ट्रेक्टर ने दम्पति को कुचल दिया| दम्पति बाइक से वाराणसी की ओर जा रहे थे| मृतक दम्पति के नाम बैजू प्रसाद और मीना देवी है| दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों ने मृतक के मोबाइल से ही उसके परिजनों को खबर कर दिया और आनन फानन में सदर अस्पताल सासाराम पहुचाया| मृत दम्पति दाउदनगर औरंगाबाद के बताये जा रहे हैं|