पटना डेस्क: बिहार की सियासत में कब क्या हो जाए इसका अंदाजा लगाना काफी मुश्किल काम है। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और एसीएस केके पाठक के विवाद को लेकर जेडीयू आरजेडी के नेताओं के बीच जमकर बयानबाजी हो रही है। पिछले कुछ दिनों से तेजस्वी यादव भी दिल्ली में मौजूद थे, जिस वजह से इस मामले पर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी। लेकिन, अब वह राजधानी पटना आ गए हैं और आते ही उन्होंने सीएम नीतीश कुमार के गुण गाना शुरू कर दिया है।
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वहीं, दूसरी तरफ सीएम नीतीश कुमार के करीबी और भवन मंत्री अशोक चौधरी ने कुछ ऐसा पोस्ट कर दिया है, जिसे लेकर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। चौधरी ने फेसबुक पोस्ट किया है। जिसमें एक बूढ़े शेर की फोटो लगाई है और लिखा है कि ताकत, सत्ता और जवानी कुछ भी स्थायी नहीं, सभी की एक्सपायरी डेट होती है। विनम्र रहे। अशोक चौधरी बूढ़े शेर की फोटो पर कैप्शन देते हुए लिखा है कि जब तक आप हैं विनम्र रहें, जिससे मिलें उसको मुस्कान याद रहे और जिनसे मिलना हो उन्हें आपका इंतजार रहे। और फिर फोटो के नीचे लाइन लिखी है, ताकत, सत्ता और जवानी कुछ भी स्थायी नहीं, सभी की एक्सपायरी डेट होती है। विनम्र रहे।
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हालांकि, उनके इस पोस्ट से इस बात का अंदाजा नहीं लगाया जा रहा कि आखिरकार उन्होंने यह पोस्ट किसके लिए किया है। क्या विनम्रता का संदेश देकर डैमेज कंट्रोल किाया जा रहा है या फिर सियासी तंज है। आपको बता दें शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और ACS केके पाठक विवाद पर राजद एमएलसी सुनील सिंह के प्रतिक्रिया को अशोक चौधरी ने महत्वहीन करार दिया था। और कहा था कि वो सिर्फ राजद नेता हैं, उनके बयान का कोई अर्थ नहीं है। लालू यादव और राबड़ी देवी क्या बोले, यह अहम है। हम सुनील सिंह जैसे नेताओं के बयान को नोटिस भी नहीं करते हैं। जिसके बाग सुनील सिंह ने अशोक चौधरी पर निशाना साधा था और धमकी भरे लहजे में कहा था कि जिनके घर शीशे के होते हैं, वह दूसरे के घरों में पत्थर नहीं मारा करते हैं। इसलिए व्यक्तिगत बयानबाजी से आप बचिए।