पटना डेस्क: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों छोटी-छोटी बात पर जल्दी नाराज हो जाते हैं और उनकी नाराजगी मीडिया कैमरे में कैद हो जाती है. इस बीच एक बार फिर सीएम नीतीश कुमार का गुस्सा देखने के लायक था। दरअसल, विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के नव नियुक्त सहायक प्राध्यापक (विद्युत अभियंत्रण), व्याख्याता (असैनिक अभियंत्रण) एवं व्याख्याता (अर्थशास्त्र) का नियुक्ति पत्र वितरण कार्यकम पटना के अधिवेशन भवन में शाम साढ़े चार बजे आयोजित हुआ।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के हाथों सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपा गया। इस मौके पर विभागीय मंत्री सुमित कुमार सिंह भी मौजूद थे।
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वहीं, जब नीतीश कुमार मंच संबोधित कर रहे थे तब उनकी नजर वहां बैठे विभागीय मंत्री सुमित सिंह पर गई। जो पास बैठे अधिकारी से बातचीत कर रहे थे। उन्हें देखकर सीएम नीतीश ने कहने लगे कि अरे आपस में बात कीजिएगा की सुनिएगा भी। आपसे में बतिया रहे हैं। बगले में बतियाते रहते हो जरा बात तो समझिए। तेजी से जरा काम कीजिए।
हालांकि, उन्होंने कहा कि आपके सेक्रेटरी साहब तो सुन रहे हैं लेकिन आप नहीं ध्यान दे रहे हैं। नीतीश ने कहा कि तोरे पिता कौन थे? मेरे दोस्ते ना थे ना जी? मेरे साथ ही ना थे? इसलिए कह रहे है कि बहुत तेजी से काम करिए। सब कोई कम उम्र का है यहां हमलोग का 73 वां ना चल रहा है जी..आपलोग तो कम उम्रवाले हो और बगल बाले ज्यादा उम्र वाले से बटिया रहे हो। जो भवन निर्माण का काम बचा हुआ है उसे जल्द से जल्द कराईए।
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इसी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मौके पर बड़ा ऐलान किया कि विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग का नाम बदला जाएगा। विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग करने किया जाएगा। मेरी इच्छा है बहुत जल्द कैबिनेट में लाकर इसे पास कराएंगे।