चंदौली| जिले के नौगढ़ के मिजोरम की सीमा पर तैनात सीआरपीएफ के जवान ने अपने इंसास राइफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। वाराणसी से सोमवार की देर रात सैनिक का पार्थिव शरीर उसके गांव पहुंचा। उसका पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार मणिकर्णिका घाट पर किया गया।आपको बता दें कि तिरंगे में लिपटे लाल को देखकर हर किसी की आंखें नम हो गई। मां कल्याणी अपने बेटे का शव देखकर खुद को नहीं संभाल पाई, भाई राजेश गुप्ता, पत्नी राधा शव के साथ लिपटकर बिलख -बिलख कर रोने लगी। सैनिक को अंतिम विदाई देने के लिए आसपास गांव के लोगों की भीड़ एकत्र हो गई।(चंदौली: सैनिक के इकलौते)
रोहतास: “गरीब कल्याण सम्मेलन” से संबंधित जिलास्तरीय कार्यक्रम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संपन्न
श्याम सुंदर गुप्ता पुत्र स्व. लक्ष्मी गुप्ता ने बचपन से ही देश सेवा का सपना देखा। गांव के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने के बाद चौबे राम नाथ इंटर कॉलेज मझगावां में शिक्षा ग्रहण की और वर्ष 2010 में सेना में भर्ती होकर अपना सपना पूरा किया।श्यामसुंदरमिजोरम के बॉर्डर पर तैनात था। श्याम सुंदर का परिवार वाराणसी में रह रहा है। रविवार को पिकेट ड्यूटी के दौरान उसने अपने इंसास राइफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद सैनिक का शव विमान से वाराणसी लाया गया। सीआरपीएफ के सूबेदार के नेतृत्व में सैनिक का शव गांव पहुंचा। बताते चलें कि मां कल्याणी की तबीयत खराब होने पर वह एक महीने की छुट्टी लेकर अप्रैल महीने में घर आया था। 23 मई को ही वह घर से ड्यूटी पर चला गया था। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों के साथ थाना प्रभारी नौगढ़ दीनदयाल पांडे, थानाध्यक्ष चकरघट्टा अलख नारायण सिंह के अलावा सम्मानित व्यक्तियों ने पुष्पगुच्छ अर्पित कर सैनिक को श्रद्धांजलि अर्पित की।(चंदौली: सैनिक के इकलौते)
बेटे ने सैल्यूट कर दी विदाई
श्याम सुंदर के 7 साल के इकलौते बेटे अंश उर्फ मोदी ने सैल्यूट कर पिता को अंतिम विदाई दी। यह देखकर हर किसी के आंख से आंसू झलकने लगे।अधिकारियों ने दिया बेटे को तिरंगाअंतिम संस्कार में पहुंचे सीआरपीएफ के अधिकारियों ने वह तिरंगा जिसमें सैनिक का शव लिपट कर आया था उसे मृतक के पुत्र को सम्मान पूर्वक सौंपा और कहा कि राजकीय पर्व पर इस तिरंगे को फहराना।