Bihar Government: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों विपक्ष को एकजुट करने के लिए लगातार दूसरे राज्यों का भ्रमण कर रहे हैं। जहां उन्होंने लगातार दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल महाराष्ट्र में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से लेकर कई बड़े नेताओं से मुलाकात की है। इस बीच, उनकी सरकार (Bihar Govt) अदालत में चल रहे तीन मामलों को लेकर उलझ गई है।
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बिहार में जातीय गणना, बाहुबली नेता आनंद मोहन (Anand Mohan) की रिहाई और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के गुजरात से जुड़े एक मामले में बयान दिए जाने से जुड़े मामले की देश के विभिन्न अदालतों में सुनवाई हो रही है। इन मामलों के फैसले का सरकार पर सीधा प्रभाव डाल सकते हैं। कहा जा रहा है कि इन तीनों मामलों के फैसलों का असर नीतीश सरकार (Nitish Govt) पर पड़नी तय है।
वहीं, जातीय गणना (Cast Census) और आनंद मोहन रिहाई मामले तो सीधे-सीधे नीतीश सरकार के उठाए गए फैसले को चुनौती है, जबकि तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) से जुड़ा मामला राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयान की तरह है, जिसमे उन्हे लोकसभा की सदस्यता गंवानी पड़ी थी।
बिहार में जारी जातीय जनगणना को पटना हाई कोर्ट ने रोक लगा दी है. जातीय गणना राज्य के सभी दलों की सहमति से प्रारंभ हुआ है, लेकिन पटना हाई कोर्ट के इसपर रोक लगा दिए जाने के बाद राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी सरकार को ही घेर रही है। भाजपा के नेताओं का कहना है कि कोर्ट में सही दलील नहीं रखे जाने के कारण अदालत को रोक लगानी पड़ी।