पटना डेस्क: बिहार के बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन पिछले काफी समय से सुर्खियों में है। पहले तो उनकी रिहाई को लेकर बिहार में काफी विवाद हुआ। वहीं अब आनंद मोहन अपने पुराने अंदाज में दिखने लगे हैं। जहां उन्होंने एक समारोह के दौरान कमल को अपने हाथ और पैर से रोंदने की बात की है।
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इस दौरान उन्होंने कहा कि मेरे निकलने के बाद से छटपटाहट किसको है? और क्यों है? वो जानता हैं ये आदमी कमल दल को हाथी की तरह रौंद देगा और फाड़ देगा. हम जितने दिन रहेंगे समाजवाद के लिए लड़ते रहेंगे। आगे उन्होंने कहा कोई बार-बार कहे कि हम दलित विरोधी है, लेकिन महिषी इसका गवाह है जब सात हजार राजपूत हुआ करते थे उस समय 62 हजार मतों से चुनाव जीते थे।
वहीं, पूर्व सांसद ने कहा कि आनंद मोहन का कैरेक्टर को कोई दिल्ली, यूपी या फीर कोई आंध्रा प्रदेश तय नहीं होगा बल्कि बिहार तय करेगा। वहीं, महिषी प्रखंड के महपुरा गांव में आनंद मोहन ने पूर्व मुखिया स्व. इंद्रदेव सिंह के प्रतिमा का अनावरण किया. इस दौरान मधेपुरा के सांसद दिनेश चंद्र यादव,जेडीयू के पूर्व विधायक अरुण यादव सहित कई राजनीतिक दिग्गज पहुंचे हुए थे।
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पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन सिंह की रिहाई के खिलाफ आज शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट में राज्य सरकार की ओर से लिखित जवाब के लिए समय की मांग की गई और कोर्ट ने इसकी अनुमति दे दी है। कोर्ट ने अगली सुनवाई एक अगस्त को करने की तारीख दी है. कोर्ट ने कहा कि बिहार सरकार को एक अगस्त को जवाब दाखिल कर देना है।