डेहरी ऑन सोन : रोहतास पुलिस के द्वारा एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 4 दिन के अंदर अति संवेदनशील मामले में सोशल मीडिया के माध्यम से जान से मारने की धमकी देने वाला साइबर अपराधी को चार दिन में गिरफ्तार किया गया ।इस मामले में एसपी आशीष भारती ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा की डेहरी नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत राजपूतान मोहल्ला निवासी सन्नी कुमार सिंह उर्फ आर्या राजपूत पिता राजवंशी सिंह जो की बजरंग दल का कार्यकर्त्ता भी है उसे किसी अज्ञात साइबर अपराधकर्मी के द्वारा इसके व्हाट्सएप नम्बर पर इंटरनेट जेनरेटेड व्हाट्सएप नम्बर के माध्यम से धमकी देने वाला साइबर अपराधकर्मी मारने की धमकी दी गईं।
इस मामले को उनके संज्ञान में आने के बाद काफ़ी गंभीरता से लिया गया और इस मामले में डेहरी नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया । मामले की उद्भेदन के लिए सहायक पुलिस अधीक्षक सह अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी डेहरी एवं राजेश कुमार पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय एक डेहरी के नेतृत्व में दो विशेष जांच दल का गठन किया गया तथा इस जांच दल में पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी डेहरी नगर थाना, साइबर सेल पुलिस पदाधिकारी कांड के अनुसंधानकर्ता एवं पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मियों को शामिल किया गया तथा गठित विशेष टीम को विधि सम्मत कार्रवाई हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया ।
विशेष टीमों के द्वारा परंपरिक एवं तकनीकी दोनों एंगल से अनुसंधान किया गया और जब घटना का तकनीकी रूप से विश्लेषण किया गया तो पता चला की धमकी दिया गया वह नंबर इंटरनेट जनरेटर एवं फेक व्हाट्सएप नंबर है ।तकनीकी अनुसंधान के माध्यम से उक्त घटना में एक संदिग्ध साइबर अपराधकर्मी के शामिल होने का पता चला जिसके गिरफ्तारी होती छापेमारी प्रारंभ किया गया। छापेमारी के दौरान संदिग्ध अपराधी कर्मी प्रतिक कुमार शर्मा पिता कामेश्वर प्रसाद शर्मा ग्राम धरहरा वार्ड नंबर 15 थाना दरिहट थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया तथा घटना में प्रयुक्त किया गया मोबाईल भी जब्त किया गया । उक्त साइबर अपराधी से कड़ाई से पूछताछ के दौरान उसके द्वारा राजस्थान के उदयपुर की घटना का नाम लेकर सनी कुमार को इंटरनेट जनरेटर फेक व्हाट्सएप नंबर से धमकी देने की बात स्वीकार किया गया ।
अपराध कर्मी द्वारा यह भी बताया गया है कि यह वादी से पूर्व से परिचित है । इसका मोबाइल का जब विश्लेषण किया गया तो धमकी भरा मैसेज फोटो प्राप्त किया गया। इस घटना में इसने अपनी संलिप्तता स्वीकार किया है । इस प्रकार रोहतास पुलिस के द्वारा इस मामले में 4 दिन के अंदर उद्भेदन करते हुए साइबर अपराध में गिरफ्तार करते हुए अपराध घटित होने से तथा विधि व्यवस्था भंग होने से बचाया गया । छापेमारी दल में शामिल सभी पुलीस पदाधिकारी को पुरस्कृत किया जा रहा है ।