पटना डेस्क: बिहार की राजधानी पटना में होने वाली विपक्ष की बड़ी बैठक स्थगित हो गई है। जिसके बाद इसको लेकर सियासत भी तेज हो गई है। बैठक स्थगित होने के बाद आज सीएम नीतीश ने दो टूक जवाब दिया है।
सुसाशन की सरकार में अपराधियों के हौसले बुलंद! बेख़ौफ़ बदमाशों ने थानेदार को मारी गो’ली!
सीएम नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस विपक्षी बैठक में सभी दलों के लीडर को शामिल होना है, बैठक में कांग्रेस की तरफ से पार्टी के बड़े नेता शामिल नहीं हो पा रहे थे, इसलिए बैठक को स्थगित करना पड़ा है। नीतीश का इशारा सीधे तौर पर राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे की तरफ था। उन्होंने आगे कहा कि 12 जून को जो बैठक होनेवाली थी, उसमें सभी विपक्षी दलों को समर्थन आ गया था। कांग्रेस से तो बात हो ही गई थी। लेकिन उनकी तरफ से यह बात कही जा रही थी कि 12 जून की बैठक में नहीं रह पाएंगे।
इसी के बाद बैठक रद्द किया गया है। कांग्रेस पार्टी को भी कह दिया गया है कि वे लोग भी देख लें और जो तारीख तय करेंगे, उस दिन बैठक होगी। फिलहाल 12 जून को होने वाली बैठक स्थगित कर दी गई है। सीएम ने आज साफ किया कि इस बैठक में सभी दलों के बड़े नेता को शामिल होना है, अगर बैठक में बड़े नेता के नहीं आकर कोई दूसरा प्रतिनिधि आता है तो यह ठीक बात नहीं है। दूसरी पार्टी के लोगों का भी यही कहना है कि इस बैठक में सभी पार्टियों के शीर्ष नेता शामिल हों तो अच्छा रहेगा।