Big News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अब उनके पुराने साथी उनका साथ छोड़कर जा रहे हैं। पिछले दिनों उपेंद्र कुशवाहा और आरसीपी सिंह ने बीजेपी ज्वाइन कर ली। अब खबर आ रही है कि जल्द ही मांझी सीएम नीतीश कुमार से मुंह मोड़ सकते हैं। क्योंकि उन्हें वह सब कुछ नहीं मिल पा रहा है, जिसकी मांग वो पहले ही सीएम नीतीश कुमार से कर चुके हैं।
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गौरतलब है कि पार्टी के कई पूर्व सांसद और नेता पार्टी छोड़ बीजेपी के साथ जा चुके हैं. उपेन्द्र कुशवाहा और आरसीपी सिंह बीजेपी के हो चुके हैं.राज्य सभा सांसद हरिवंश सिंह भी JDU से नाता तोड़ बीजेपी से रिश्ता जोड़ चुके हैं। चर्चा ये भी है कि HAM मुखिया जीतनराम मांझी भी महागठबंधन छोड़ सकते हैं.मांझी अपने बेटे से एक मंत्रालय छीन जाने को लेकर नाराजगी बारबार जाता रहे हैं। पिछले दिनों वो अमित शाह से भी मिल चुके हैं.अमित शाह से मिलने के बाद से उनके तेवर नीतीश सरकार को लेकर बहुत तल्ख़ हो गये हैं।
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वहीं, खबर है कि उन्हें मनाने के लिए जेडीयू ने विजय चौधरी को लगाया था लेकिन बात नहीं बनी। उनको मनाने के लिए ही तेजस्वी यादव ने सभी सहयोगी दलों की बैठक की और जल्द ही कोआर्डिनेशन कमिटी बनाने की जीतन राम मांझी की मांग को पूरा करने का आश्वासन भी दे दिया। लेकिन मांझी को मनाने की तमाम कवायदें नाकाम होती नजर आ रही हैं. मांझी को लेकर अटकलों का दौर तेज है। BJP उन्हें राज्यपाल बना सकती है और उनके बेटे संतोष मांझी को लोक सभा चुनाव गया से लड़ा सकती है। इस बीच मुकेश सहनी ने भी बीजेपी के साथ जाने का संकेत दे दिया है।