पटना: भोजपुरी फिल्मों या गानों पर अश्लील होने का आरोप बहुत पहले से लगाया जाता रहा है. बोला जाता है कि भोजपुरी की फिल्म या फिर गाने इस तरीके से रहते हैं कि ना तो इसको आप अपने परिवार के साथ देख सकते हैं और ना ही अपने परिवार के साथ सुन सकते हैं. इन तमाम अटकलों के साथ भी रोज के रोज भोजपुरी में एक से बढ़कर एक गाने या फिल्म बनाए जा रहे हैं और इसमें किसी तरह के कुछ भी बदलाव नजर नहीं आ रहे हैं.(भोजपुरी इंडस्ट्री में बढ़)
इसी कड़ी में भोजपुरी जगत के मशहूर गायक और अभिनेता अंकुश राजा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक लंबा पोस्ट लिखा. जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भावुक अपील करते हुए यह कहा कि “भोजपुरी हमारी माता के समान है, जिसके छत्रछाया में हम सभी कलाकार जीते और पलते हैं. विगत कुछ दिनों से भोजपुरी में अश्लीलता और आलोचना का जहर घोला जा रहा है, जिससे हमारा समाज परिवार और परिवेश दूषित होते जा रहा है. भोजपुरी के इस बेलगाम भयावह स्थिति को देखने से लगता है कि ऐसे में हमारी सभ्यता और संस्कृति का नाश हो जाएगा. इसके लिए भोजपुरी के सब कलाकार समाज जिम्मेवार नहीं है बल्कि चंद कुछ ऐसे कलाकार हैं जो किसी प्रकार से नाम कमाना चाहते हैं. ऐसे असामाजिक तत्वों के लिए ना कोई नियम और ना ही कोई कानून है. ये अश्लील गानों के माध्यम से ही नहीं बल्कि एक दूसरे को गाली और अपशब्द से भी फैलाई जा रही है. आप बिहार के महामहिम हैं और भोजपुरी को स्वच्छ बनाए रखना आप का परम कर्तव्य और उत्तरदायित्व है. आदरणीय मुख्यमंत्री जी से मेरी अपील है कि जिस प्रकार हिंदी फिल्मों में अश्लीलता के विरुद्ध सेंसर बोर्ड है उसी प्रकार आप भी विधेयक पास कर हमारी भोजपुरी को बचाने के लिए एक सफल प्रयत्न करें. नहीं तो भोजपुरी का वर्तमान, भूत और भविष्य संकट में पड़ जाएगा. आप ही एक ऐसे शख्स हैं जो इस स्थिति पर नियंत्रण लगा सकते हैं. अतः हम दोनों भाई एक बार फिर आपसे पुनः निवेदन करते हैं कि यथाशीघ्र अब कुछ ऐसा करें कि भोजपुरी के गौरव को सुरक्षा प्रदान हो और हम भोजपुरी कलाकार अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर सकें.”(भोजपुरी इंडस्ट्री में बढ़)
भोजपुरी इंडस्ट्री पर अश्लील होने का आरोप
आपको बता दें कि भोजपुरी इंडस्ट्री पर अश्लील होने का आरोप आज से ही नहीं अपितु यह काफी लंबे समय से चलता रहा है. इंडस्ट्री के फिल्मों को लेकर तरह-तरह के आरोप लगाए जाते रहे. इसमें कहीं ना कहीं सच्चाई भी देखने को मिलती है. के लिए हम बात करें तो भोजपुरी के जितने भी फिल्में बनती हैं उनमें से 80% फिल्में सेंसर बोर्ड द्वारा यह सर्टिफिकेट दिया जाता है मतलब सिर्फ वयस्क लोग जो 18 साल के ऊपर है, फिल्मों को देख सकते हैं.
कलाकारों के बिच आरोप प्रत्यारोप लगते रहता है
भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में इस बात के भी आरोप लगते रहे हैं कि यह दुनिया की सबसे विवादित फिल्म इंडस्ट्री में से एक है. यहां आए दिन कलाकार आपस में ही एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप मढ़ते रहे हैं. ताजा मामला अभी कुछ ही दिन पहले का है जहां भोजपुरी इंडस्ट्रीज के दो दिग्गज कलाकार पवन सिंह और खेसारी लाल यादव इंडस्ट्रीज में अपने वर्चस्व को लेकर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे थे.