सासाराम। तारा न्यूरो एंड गायनी हॉस्पिटल का एक वर्ष पूरा होने पर बिहार ग्रामीण चिकित्सक अधिकार मंच एवम तारा न्यूरो हॉस्पिटल हॉस्पिटल सासाराम के संयुक्त तत्वावधान में वनडे न्यूरो स्पाइनल एवम गाइनकोलॉजी हेल्थ मैनेजमेंट टॉपिक्स पर मेडिकल ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन सह ग्रामीण चिकित्सक सम्मेलन रविवार को प्रभाकर रोड़ पुरानी जीटी रोड स्थित तारा न्यूरो हॉस्पिटल के प्रांगण में आयोजन किया गया। जिसका उद्दघाटन डाॅ.नवीन कुमार, कैंसर सर्जन, महावीर कैंसर संस्थान पटना एवम मुख्य अतिथि डॉ. जीतेंद्र नाथ मौर्य, केंद्रीय प्रवक्ता आयुष्मा (इंडिया) सह राष्ट्रीय संरक्षक एवम डॉ. प्रिय अमित कुमार न्यूरो सर्जन सह निदेशक तारा न्यूरो एण्ड गायनोलॉजी हॉस्पिटल, सासाराम तथा डाॅ नीतू नवनीत,स्त्री एवम प्रसूति रोग विशेषज्ञ ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर के किया।(रोहतास: सम्मेलन में बिहार)
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डॉ.अमित कुमार न्यूरो सर्जन ने ट्रेनिंग में ग्रामीण चिकित्सको को नस एण्ड स्पाइनल रोगों के लक्षण पहचान के साथ साथ पैरालाइसिस के बारे में उसके उपचार से सम्बन्धित बेसिक जानकारियां प्रदान की,उन्होंने कहा की भारत में ज्यादातर लोग न्यूरो स्पाइनल दर्द से पीड़ित है। डाॅ नवीन कुमार,सीनियर कैंसर सर्जन,महावीर कैंसर संस्थान,पटना ने महिलाओं में तेजी से फेल रही ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण एवम पहचान के बारे में जानकारी प्रदान की। डॉ नीतू नवनीत ने महिलाओं में बांझपन एवम गर्भावस्था के बीमारियों पर प्रकाश डाला। राष्ट्रीय संरक्षक डॉ.जीतेंद्र नाथ मौर्य ने संबोधन में कहा की ग्रामीण चिकित्सक कानूनों का फल भोग रहें है,इसलिए सरकार को चाहिए की इनके सम्बंध में रेगुलेटरी का निर्माण करे।(रोहतास: सम्मेलन में बिहार)
ग्रामीण चिकित्सको के हक और अधिकारों की प्राप्ति हेतु राजकीय संरक्षण व संवर्धन के लिए संगठन के माध्यम से विभिन्न संस्थानों के द्वारा विभिन्न मेडिकल के नए नए वैज्ञानिक खोजों की जानकारियां देने के लिए में संकल्पित हूं। वर्तमान समय में बिहार सरकार को चाहिए की कम्यूनिटी हेल्थकेयर में एनआईओएस एण्ड स्टेट हैल्थ सोसाइटी बिहार सरकार द्वारा सीसीएच ट्रैंड ग्रामीण चिकित्सकों को चिकित्सा मित्र के रूप में ग्रामीण क्षेत्र में बहाल किया जाय। डब्लूएचओ का भी मानना है की ग्रामीण चिकित्सको की अनदेखी नहीं की जा सकती है, इसलिए सरकार इन्हें कम्यूनिटी हेल्थ सर्विसेज के पाठ्यक्रम से जोड़कर रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर्स घोषित करें।
राष्ट्रीय संरक्षक डॉ. जीतेंद्र नाथ मौर्य ने कहा की हम सरकार के भरोसे नहीं बैठेंगे अपने संगठन के सभी सदस्यों को मेडिकल साइंस के मॉर्डन टेक्नोलॉजी की जानकारी देश के टॉप सुपरस्पेशलिटी डॉक्टर्स के निर्देशन में कराने के लिए संकल्पित हैं।उन्होंने कहा की जीविका एवम आशा दीदी से पचास गुणा बेहतर हैं ट्रैंड ग्रामीण चिकित्सक सरकार को सामुदायिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में इन्हीं ट्रेंड ग्रामीण चिकित्सको की सेवा शत प्रतिशत लेनी चाहिए। कंटिन्यू मेडिकल एजुकेशन प्रोग्राम के तहत ट्रेनिंग के उपरान्त उपस्थित सभी ग्रामीण चिकित्सको को सीएमई सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया।
तारा न्यूरो हॉस्पिटल के निदेशक डॉ.अमित कुमार ने कहा की ग्रामीण चिकित्सको को सुपर स्पेशलिटी की बेसिक जानकारी देना मेरा कर्तव्य है, मैं हरसंभव ग्रामीण चिकित्सको के चिकित्सकीय मदद के लिए 24 घंटा तैयार हूं। अतिथियों का स्वागत प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर विकाश सिंह ने की। अध्यक्षता एवम संचालन डॉ.विजय कुमार कुशवाहा एवम डॉ प्रमोद कुमार, डॉ.कमला सिंह और राजेश कुमार ने किया। सीएमई प्रोग्राम में सैकड़ों ग्रामीण चिकित्सको की उपस्थिति रही। डॉ अशोक कुमार सिंह, डाॅ अमरेंद्र सिंह, डॉ रामबली, डॉ जगवंश पासवान, डाॅ.केशव पाल , डॉ महेंद्र सिंह, बेचन पाल, धर्मेंद्र कुमार सिंह, डॉ उपेंद्र कुमार, डॉ. संजय पाठक, सकिल आलम, डॉ राहुल उपाध्याय, डॉ.रमेश सिंह,गणेश कुमार, अवधेश सिंह, डॉ.सुनीता, डॉ कामता भगत, डॉ ए.आलम, डाॅ सुनील मौजूद रहें।