भभुआ(कैमूर) : बुधवार की शाम भभुआ नगर के पटेल चौक से एकता चौक तक विभिन्न छात्र व अंबेडकरवादी संगठनों ने एक जातिवादी शिक्षक द्वारा एक नौ वर्ष के छात्र इंद्र कुमार के हत्या के खिलाफ विरोध में आक्रोश मार्च सह कैंडल मार्च निकाला गया
इस दौरान डा0 अम्बेडकर स्टूडेंट फ्रंट ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी जमील खान ने कहा कि एक तरफ जहां देश आजादी का अमृत महत्सव मना रहा है वहीं आज भी देश का दलित तबका पानी पीने के लिए संघर्ष कर रहा है आज भी जातीय छुआछूत खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है जातीय छुआछूत के वजह से ही मटके से पानी पीने के लिए एक कलयुगी शिक्षक ने सिर्फ नौ वर्ष के बच्चे इंद्र कुमार की जान ले ली क्या इस देश में दलितों के जान से ज्यादा कीमती मटका या उसमे भरा पानी है?( विरोध में आक्रोश मार्च)
आज आजादी के पचहत्तर साल बाद भी कट्टर जातिवादी व्यवस्था के पक्षधर ऐसे करोड़ों लोग अमानवीय घटनाओं को निर्भीकता से अंजाम दे रहे हैं ऐसी घटनाएं रोज घट रही हैं कभी मूंछें रखने को ले कर कभी घोड़ी चढ़ने को लेकर तो कभी मजदूरी ना करने को लेकर सरकार ऐसे दूषित मानसिकता वाले लोगो पे करवाई करने के बजाए मामला को रफा दफा करने में लगी रहती है जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
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राजस्थान सरकार से मांग किया कि हत्यारे शिक्षक को स्पीडी ट्रायल चला कर अविलंब सख्त से सख्त सजा दी जाए ताकि दलित अत्याचार पे रोक थाम लग सके. कार्यक्रम में आनंद कुमार दिनकर, प्रकाश कुमार, उमेश गौतम,अंकुर सौरभ विपिन चौधरी अभिषेक यादव आदि सैकड़ों लोग सम्मिलित हुए।