बिहार : कोरोना एक बार फिर अपना पांव पसार रहा है जिससे लोगो में फिर से इसका डर दिखने लगा है. लोग फिर से मास्क लगाना शुरू कर दिए है. लेकिन उनको लॉकडाउन लगने का डर सता रहा है. बिहार में कोरोना टीके के बेहद कम डोज बचे हैं। कोरोना के बढते खतरे के बीच बिहार के लोगों के लिए यह एक बुरी खबर है। परेशानी यह है कि यहां अब तक मात्र डेढ़ करोड़ लोगों ने ही प्रीकॉशन डोज लिया है। वही 2011 के जनगणना के अनुसार बिहार की कुल जनसंख्या 10 करोड़ 40 लाख 99 हजार 452 हैं, जिसमें बिहार के महिलाओं की जनसंख्या 4 करोड़ 98 लाख 21 हजार 295 है, जबकि पुरुषों की जनसंख्या 5 करोड़ 42 लाख 78 हजार 157 है. और अभी 2022 चल रहा है तो लाजमी है की जनसंख्या और भी ज्यदा हुआ है वैसे में सिर्फ डेढ़ करोड़ लोगों ने ही प्रीकॉशन डोज लिया है।जिससे बिहार की जनता डरी हुई है.
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बिहार में कोविशील्ड की मात्र 2400 और को- वैक्सीन की 2 लाख 76 हजार 220 डोज ही बची है। कुछ स्थानों पर को-वैक्सीन के टीके दिए जा रहे हैं। लेकिन इसे लेने वाले नहीं मिल रहे हैं। पटना जिले में कोविशील्ड की मात्र 150 डोज और को-वैक्सीन की 6700 डोज बची है।टीका के बारे में राज्य प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा नरेंद्र सिन्हा से जब जानकारी मांगी गयी तो उन्होंने कहा कि अभी टीका बचा है। लेकिन कितना बचा है,यह बताने से उन्होंने इंकार किया।(कोरोना के बढ़ते खतरे कोरोना के बढ़ते खतरे)