जखनिया (गाजीपुर) : स्थानीय तहसील अंतर्गत बन रहे विकलांग शौचालय में काफी अनियमितता पाई गई। तहसीलदार जखनिया से पूछने के बाद उन्होंने तुरंत आकर मौके का निरीक्षण किया और तुरंत बन रहे विकलांग शौचालय का काम रुकवा दिया। उस में कार्य कर रहे मिस्त्री व लेबर से पूछे सफेद बालू व तीन नंबर ईट से बनाने के लिए कौन कहा। मिस्त्री व लेबर एक स्वर में कहे कि हम तो मिस्त्री हैं ठेकेदार जो सामान भेजेगा उसी से हम बनाएंगे।
हमारी क्या गलती है सर हम क्या जानते हैं कौन काम कैसे करना है जब यह पूछा गया कि पट पिलर में सिर्फ एक सीक पड़ रही है। तो काम कर रहे हैं मिस्त्री यों के द्वारा बताया गया कि जैसा ठेकेदार का निर्देश है उसी हिसाब से हम लोग काम कर रहे हैं। इसको लेकर तहसीलदार जखनिया काफी नाराज दिखे।
सोचने की बात तो यह है कि तहसीलदार के नाक तले विकलांग शौचालय इस तरह से बनाया जा रहा है तो और सरकारी कार्य कैसे कराए जाते होंगे।
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वही के अधिवक्ता ओमकार यादव ने बताया कि एक तो खुद विकलांग हैं और विकलांगों के लिए विकलांग शौचालय बनाया जा रहा है जिस ढंग से बनाया जा रहा है । तैयार होने के बाद कभी भी किसी वक्त गिर सकता है कुछ अधिवक्ताओं द्वारा इसकी काफी नाराजगी जताई गई तहसीलदार जखनिया को जब इस कार्य के बारे में बताया गया उन्होंने तुरंत आकर पूरा काम का निरीक्षण कर काम को रुकवा दिया। अब आगे देखना है किस तरह से विकलांग शौचालय बनाया जाता है ।