Indian Railway: इंडियन रेलवे से हर दिन लाखों यात्री सफर करते हैं और उसका आनंद उठाते हैं। रेलवे की वजह से आम लोगों की जिंदगी काफी आसान हो गई है, क्योंकि वह कम किराए में एक राज्य से दूसरे राज्य जा सकते हैं। इस बीच साल 2020 में आए कोविड महामारीShweta Sharma Hot Video: बोल्डनेस में उर्फी जावेद को टक्कर देती हैं श्वेता शर्मा, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ विडियो के बाद रेलवे की तरफ से सीनियर सिटीजन को मिलने वाला डिस्काउंट खत्म कर दिया गया था। जिसे वजह से अब इसे बहाल करने की मांग की गई है। जिसके बाद अब इस पूरे मामले पर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बयान दिया है।
दरअसल, रेलवे मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे की तरफ से पहले ही यात्रियों को 55 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है। बजट में भी सरकार से इस छूट को फिर से शुरू करने की मांग की गई। इस बीच एक नई रिपोर्ट सामने आई है, जिसके बाद लोगों को उम्मीद है कि सीनियर सिटीजन को किराये में मिलने वाली छूट फिर से शुरू हो सकती है।
Indian Railway: जानिए मंत्री ने क्या कहा
बता दें, साल 2019 के बाद से ट्रेन में सफर करने वाले सीनियर सिटीजन की संख्या में लगातार तीसरे साल गिरावट आई है। ये गिरावट 85 प्रतिशत तक दर्ज की गई है। इसके चलते रेलवे की औसत कमाई घटकर आधी हो गई है। कहा जा रहा कि खराब वित्तीय हालत को देखते हुए रेलवे ने तीन कैटेगरी को छोड़कर सभी के किराए में रियायत बंद कर दी थी, इनमें वरिष्ठ नागरिक भी हैं। महामारी से पहले 60 साल से ज्यादा उम्र के नागरिकों को 50 प्रतिशत की छूट मिलती थी।
हालांकि, इस छूट में पुरुषों को 40 फीसदी, महिलाओं को 50 प्रतिशत की छूट मिल रही थी। कोविड से पहले रेलवे ने मेल, एक्सप्रेस, राजधानी, शताब्दी, जन शताब्दी और दुरंतो ट्रेनों की सभी श्रेणियों में 60 वर्ष और उससे अधिक के पुरुष वरिष्ठ नागरिकों और 58 वर्ष और उससे अधिक की महिलाओं को किराए में रियायत दी थी, जिसे महामारी के बाद भी बहाल नहीं किया गया। जिस वजह से अब लोग एक बार फिर से इन सुविधाओं को बहाल करने की मांग कर रहे हैं। लेकिन केंद्रीय रेल मंत्री ने साफ कहा कि सीनियर सिटीजंस को अभी भी अन्य कई सुविधाएं मिल रही हैं, जो आम रेल यात्रियों को नहीं मिलती है।