सासाराम शहर:-गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय ,जमुहार के अंतर्गत संचालित नारायण कृषि विज्ञान संस्थान में आज कृषि और स्नातक प्रथम वर्ष के छात्रों के अभिभावकों के साथ कुलाधिपति ने संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया ।कुलाधिपति गोपाल नारायण सिंह में अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा की आज देश में कृषि को प्रमुखता की दृष्टि से नहीं देखा जाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है ।उन्होंने अभिभावकों का आह्वान किया कि उनके घर के बच्चे जो आने वाले समय मेंकृषि स्नातक होने जा रहे हैं उनसे समाज एवं देश के हित में नए-नए कृषि अनुसंधानों को अपनाने तथा उस पर अध्ययन करके आसपास के क्षेत्रों को कृषि के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि पुरातन काल में भारत कृषि के बदौलत ही सोने की चिड़िया था और सोने की चिड़िया को लूटने के ख्याल से ही विभिन्न देशों के आक्रमणकारी यहां आते गए और भारत को लूटते गए ।उस समय न तो कोई उद्योगधंधा था और ना ही इतनी वैज्ञानिक क्षमताएं थी ।इसके बावजूद कृषि पर ही आधारित भारतीय अर्थव्यवस्था पूरे विश्व में आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉक्टर जगदीश प्रसाद सिंह ने अभिभावकों से अनुरोध किया की निश्चित रूप से अपने बच्चों को अनुसंधान के क्षेत्र में प्रेरित करें तथा नई टेक्नोलॉजी पर आधारित कृषि के लिए उन्हें हर संभव मदद करें। इस अवसर पर प्रबंध निदेशक त्रिविक्रम नारायण सिंह, सहायक कुलसचिव मिथिलेश कुमार सिंह, कृषि विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ ए पी सिंह, शिक्षक गण एवं कृषि स्नातक प्रथम वर्ष के छात्र छात्राएं उपस्थित थे।