औरंगाबाद: जिले के अंबा थाना क्षेत्र अन्तर्गत डुमरा गांव के 35 वर्षीय युवक मितेन्द्र पासवान की कोलकाता के तोशिबा पंचमों मुहल्ले में शनिवार की रात चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। मितेंद्र वहीं के एक चप्पल कंपनी में काम करता था। प्राप्त जानकारी के अनुसार मितेंद्र शनिवार की शाम कंपनी से काम कर लौटा और घर में आराम कर रहा था। तभी कंपनी के ही कुछ युवक जो उसके साथ काम करते थे आए और उसे अपने साथ घूमने के बहाने घर से ले गए। मगर दो घंटे के बाद उसकी हत्या कर शव को घर के बाहर छोड़ फरार हो गए। वहीं, घर से बाहर निकलकर जब परिजनों ने मितेंद्र का शव देखा तो परिजन अपने ऊपर विपत्ति का पहाड़ देखकर चीखने – पुकारने लगे। जानकारी देते हुए परिजनों ने बताया की इस घटना के बाद वे आस- पास के स्थानीय लोगों की मदद से हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराने नजदीकी थाने में गए। मगर थाने में उनकी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई। जिसपर परिजनों ने पुलिस पर हत्यारों को बचाने का आरोप लगाया है। इधर कोलकाता पुलिस द्वारा हत्या के मामले में संज्ञान नहीं लिए जाने के कारण परिजन शव को अपने साथ लेकर अपने पैतृक गांव पहुंचे और अंबा थाना की पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना पर सोमवार की सुबह अंबा थाना की पुलिस द्वारा मितेंद्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल लाया गया। साथ हीं पुलिस उक्त मामले में आगे की कारवाई में कर रही है।
परिजनों ने कोलकाता पुलिस पर प्राथमिकी दर्ज नहीं करने एवं हत्यारों को बचाने का लगाया आरोप