समस्तीपुर/पूसा:-हम डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के पंचतंत्र सभागार में कृषि अभिनव उद्यमिता विचार विषय पर आयोजित 21 दिवसीय शीतकालीन विद्यालय प्रशिक्षण का समापन समारोह का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण में देश के विभिन्न राज्यों से आए हुए, कृषि वैज्ञानिक शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन मोहित शर्मा ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीएस पांडेय ने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि, देश को अग्रणी बनाने में शिक्षा एवं मानव संसाधन की भूमिका अहम बताया। उन्होंने कहा कि उद्यमिता अतीत की देन है लेकिन स्वरूप अलग था। उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र में समय अनुकूल मापदंड के अनुसार बदलाव जरूरत है। उन्होंने प्रशिक्षुओं से कहा कि मुझे पूर्ण उम्मीद है की प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त शिक्षा को जमीनी स्तर पर किसानों के बीच साझा करेंगे । उन्होंने गोमूत्र को औषधि के रूप में उपयोग मैं लाने के लिए युवाओं में प्रशिक्षण देने की बात को कहीं। कुलपति ने अलसी एवं कपास के बीज के बारे में कहा कि रेशा का उपयोग औषधि एवं कपड़ा उद्योग में किया जाता है। किसान इसका उत्पादन कर अपनी आय को बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से कृषि का तस्वीर और तकदीर बदला जा सकता है। कार्यक्रम में उपस्थित कुलसचिव डॉ मृत्युंजय कुमार ने अपनी बातों को रखते हुए कहा कि उधमिता में दृढ़ इच्छाशक्ति की जरूरत है। कृषि स्नातकोत्तर महाविद्यालय अधिष्ठाता डॉ के एम सिंह ने ने उद्यम में परिवेश एवं विपणन के महत्व पर प्रकाश डाला निदेशक शिक्षा डॉ एम एन झा ने अपनी बातों को रखा। पाठ्यक्रम की तैयारी डॉ रामदत, एवं डॉ संजीत कुमार समीर ,डॉ पुष्पा सिंह ने की। सभी प्रशिक्षुओं को कुलपति ने प्रमाण पत्र दीया इसी कड़ी में प्रशिक्षण के दौरान की गई अनुभवों को प्रशिक्षुओं ने साझा किया। इस अवसर पर। निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ एम एस कुंडू, निदेशक ईखअनुसंधान डॉ एके सिंह, निदेशक छात्र कल्याण डॉ रंजन लायक, आधारभूत मानविकी अधिष्ठता डॉ सोमनाथ नाथ राय चौधरी, कृषि अभियंत्रण अधिष्ठता डॉ अंबरीश कुमार, डॉ महेश कुमार, डॉ शिवनाथ कुमार, डॉ रितंभरा, सहित रामाधार एवं अन्य कर्मी उपस्थित थे।

चारा घोटाले में बड़ा कदम: बिहार सरकार करेगी 950 करोड़ की रिकवरी
बिहार के चर्चित चारा घोटाले का जिन्न एक बार फिर बाहर आ गया है। राज्य सरकार अब इस मामले में 950 करोड़ रुपये की वसूली के लिए कोर्ट जाने की